इंडिया न्यूज सेंटर, मुंबई: क्रिकेट के नियम बनाने वाली संस्था मेरीलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने फुटबॉल और हॉकी की तरह क्रिकेट के मैदान पर भी नियमों का उल्लंघन करने वालों के लिए रेड कार्ड के जरिये निलंबन की सिफारिश की है। बल्ले और गेंद के बीच सामंजस्य बनाए रखने के लिए बल्ले के आकार को सीमित करने की सिफारिश भी की गई है। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कमेटी के चेयरमैन माइक ब्रियरले और अन्य दो सदस्यों, पूर्व ऑस्ट्रेलियन कप्तान रिकी पोंटिंग और पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर रमीज राजा ने इन बड़े बदलावों के बारे में बात की। चेयरमैन माइक ने बताया कि इंग्लैंड में हुए एक सर्वे के मुताबिक, 40 प्रतिशत अंपायर्स ने कहा कि वे खिलाडिय़ों द्वारा गलत व्यवहार के चलते जल्द ही अंपायरिंग छोडऩे के बारे में सोच रहे हैं। इसलिए अंपायर की पावर को बढ़ाने और खिलाडिय़ों को और अधिक अनुशासित करने के लिए हॉकी और फुटबॉल की तरह क्रिकेट में भी रेड कार्ड के नियम को लाने पर विचार किया जा रहा है। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंन्टिंग ने बैट के साइज को निर्धारित करने पर कहा कि अलग-अलग बैट साइजों की वजह से बल्लेबाजों को अतिरिक्त फायदा मिलता है इसलिए बैट के एज की चौड़ाई 40 मिमी तक और गहराई 67 मिमी तक रखने की सिफारिश की गई है। पोंटिंग ने बताया कि दुनिया के करीब 60 प्रतिशत प्रोफेशनल क्रिकेटर्स इस पर राजी भी हो गए हैं। एक और बड़े बदलाव के रूप यह नियम बनाने की तैयारी है कि फील्डर या विकेटकीपर के हेलमेट से लगने के बाद भी कैच आउट माना जाए।