इंडिया न्यूज सेंटर, नई दिल्ली: केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) अब बिना किसी काट-छांट के फिल्मों को रिलीज करेगा। सेंसर बोर्ड ने सीबीएफसी में सुधार के लिए सरकार द्वारा नियुक्त समिति के अध्यक्ष और फिल्म निर्माता श्याम बेनेगल समिति की सिफारिशों को मान लिया है। बहुत अधिक वयस्क सामग्री वाली फिल्मों के लिए एक नई श्रेणी ए/सी बनाई गई है, जिन्हें ‘एहतियात के साथ व्यस्क’ (एडल्ट विद कॉशन) का प्रमाण पत्र दिए जाने की बात कही गई है। समिति की सिफारिशों के मुताबिक, फिल्मों को यू/ए प्रमाणपत्र देने के लिए भी दो श्रेणी बनाई गई है, जो यू/ए 12 प्लस और यू/ए 15 प्लस हैं। उधर, टीवी चैनलों पर फिल्मों के प्रसारण को लेकर अभी तक स्थिति साफ नहीं है। सूत्रों के मुताबिक, इस मुद्दे पर सरकार को फैसला करना है। इस कदम के बाद से फिल्मों पर सेंसर बोर्ड की भूमिका सीमित हो जाएगी। सूत्रों के मुताबिक, सेंसर बोर्ड अब फिल्मों में दृश्य और संवाद पर बिना कैंची चलाए उसे रिलीज करने का प्रमाण पत्र देगी। हालांकि, इसके लिए कुछ नए नियम बनाए गए हैं। बता दें सेंसर बोर्ड द्वारा फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ पर सौ से ज्यादा कट लगाने पर बोर्ड के प्रमुख पहलाज निहलानी के खिलाफ फिल्म के निर्माता ने मोर्चा खोल दिया था। इसके बाद केंद्र सरकार ने जनवरी में केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड में सुधार के लिए श्याम बेनेगल की अगुवाई वाली एक समिति का गठन किया था।