सर्वेक्षण में पंजाब देश में 9वें व भुवनेश्वर पहले नंबर पर
इंडिया न्यूज सेंटर, जालंधर: देश के कुल 36 राज्यों में अमरुत रिफार्म को लेकर एक सर्वेक्षण में भुवनेश्वर को पहला स्थान और पंजाब को 9वां स्थान मिला है। पंजाब सरकार की तरफ से अमरुत प्रोजैक्ट में रिफार्म करने पर पंजाब को केन्द्र सरकार की तरफ से 17.57 करोड़ रुपए का इंसैंटिव मिला, जिसे मेयर सुनील ज्योति और लुधियाना के मेयर हरचरण सिंह गोहलवडिय़ा ने प्राप्त किया। आपको बता दें कि केन्द्र सरकार की तरफ से दिल्ली में नेशनल वर्कशॉप ऑफ अर्बन ट्रांसफार्मेशन वर्कशॉप का आयोजन किया गया था जिसमें जालंधर के मेयर सुनील ज्योति और लुधियाना के मेयर हरचरण सिंह गोहवडिय़ा ने हिस्सा लिया था। मजेदार बात यह है कि जब यह घोषणा हो रही थी उस वक्त पंजाब की तरफ से कोई अफसर मौजूद नहीं था, जबकि केंद्र सरकार की तरफ से पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह और प्रिंसीपल सैक्रेटरी को आमंत्रण भेजा गया था। शनिवार को मेयर हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मेयर सुनील ज्योति ने बताया कि साल 2016-17 में केंद्र सरकार की तरफ से अमरुत, स्मार्ट सिटी और प्रधानमंत्री आवास योजना में रिफार्म को लेकर सर्वेक्षण किया गया था। इस सर्वे में देश के 36 शहरों को शामिल किया गया था। दिल्ली में हुए वर्कशाप के दौरान इसका परिणाम खुद केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडु ने घोषित किया था जिसमें भुवनेश्वर पहले और पंजाब ९वें स्थान पर आया। मेयर सुनील ज्योति ने कहा कि पंजाब की तरफ से किसी भी अफसर के न पहुंचने के कारण केन्द्रीय मंत्री वैंकेया नायडू ने रिफार्म के तहत मिलने वाली इंसैंटिव राशि का लैटर उन्हें और उनके साथी लुधियाना के मेयर हरचरण सिंह गोहवडिय़ा को सौंपा। मेयर ने कहा कि अब वे इस राशि को लेकर राज्य सरकार को पत्र लिखेंगे। मेयर ने बताया कि शहर की हरियाली को बढ़ाकर 15 फीसदी करना है। अमरुत रिफार्म के तहत पंजाब को 17.57 करोड़ रुपए का एक तरह से इनाम मिला है। जिस पर पंजाब के16 नगर निगम और नगर कौंसिलों का हिस्सा है। जालंधर को करीब 4 करोड़ रुपए इसमें से मिलेंगे। इस रकम को शहर में हरियाली लाने पर खर्च किया जाएगा और शहर के कुछ पार्कों को भी डिवैल्प किया जाएगा।