इंडिया न्यूज सेंटर, अमृतसरः यहां के एक कपड़ा गोदाम में अचानक आग लग गई, देखते ही देखते आग ने भयानक रूप धारण कर लिया। आग ऐसी भड़क गई कि बुझाने के लिए सेना तक बुलानी पड़ी। तस्वीरें घटना पंजाब के अमृतसर की है, जहां श्री हरमंदिर साहिब जाने वाले रास्ते शेरां वाले गेट स्थित कपड़े के गोदाम में रविवार सुबह लगी आग सात घंटे बाद भी बुझाने में फायर ब्रिगेड की गाड़ियां असफल रही। आग इतनी भयंकर थी कि आसपास घरों की छतों में दरार पड़ गई। आग बुझाने के लिए सेना को बुलाना पड़ा। यह आग कपड़ा व्यापारी गुल्लू एक्सक्लूसिव के गोदाम में लगी। रविवार को गोदाम बंद था। बंद गोदाम से धुआं की लपटें देख अपड़ोस वालों ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी। आग की लपटें सुबह साढ़े आठ बजे देखी गईं।फायर ब्रिगेड की गाड़ियां एक घंटे देरी से पहुंची। इसी बीच अनिल जोशी मौके पर पहुंचे और उन्होंने भयंकर आग को देखते हुए सेना को बुलाया। गोदाम से लगते कई रिहायशी घरों में आग लगने के बाद हड़कंप मच गया। आनन-फानन में लोगों ने अपने-अपने घरों के सामान निकाल कर बाहर फेंक दिए। तरनतारन से भी फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मंगवानी पड़ी। मौके पर जिला पुलिस व प्रशासन के आल अधिकारी मौजूद थे। आग लगने वाले स्थल से फायर ब्रिगेड की गाड़ियों का मुख्य केंद्र महज आधा किलोमीटर दूरी पर था। गोदाम के बगल में रहने वाले दर्शन सिंह, रमेश कुमार, टोनी ने बताया कि आग लगने की सूचना फायर ब्रिगेड को देने के बाद करीब एक घंटे बाद दमकल की गाड़ियां पहुंची। फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को आग बुझाने के लिए पर्याप्त पानी नही मिल पा रहा था। गु्ल्लू एक्सक्लूसिव शोरूम के मैनेजर सन्नी भाटिया ने बताया कि अभी तक यह पता नही लगाया जा सका कि आग से कितना नुकसान हुआ है। कम से कम 15 करोड़ के कपड़े जल गए हैं। पहली नजर में आग शॉर्टसर्किट से लगने की संभावना है
आग बुझाने छोटी गलियां बनीं बाधा
शहर के इस घनी आबादी में जहां छोटी गलियां आग बुझाने में बाधा बनीं, वहीं फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को पानी भरने के लिए क्षेत्र में कोई ट्यूबवेल कनेक्शन नहीं मिले। ऐसे में सेना को भी पानी के लिए थोड़ी दूर स्थित होटल का सहारा लेना पड़ा। सेना के करीब पचास जवान आग बुझाने के लिए सुबह दस बजे से मशक्कत करते दिखे।
थानों की पुलिस मौके पर
आग लगने की खबर के बाद पुलिस कमिश्नर नागेश्वर राव मौके पर पहुंचे। सात थानों की पुलिस ने पूरा इलाका सील कर दिया। भारी गिनती में पुलिस फोर्स मौके पर थी। डीसीपी डीएस ढिल्लों, एसीपी सेंट्रल यादविंदर सिंह ने पूरे इलाके को सील करके चौकसी अपने हाथों में ले रखी थी।