अमेरिका के एक 'बार' में भारतीय इंजीनियर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना अमेरिका के केन्सास शहर की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गोली मारने वाला व्यक्ति जोर-जोर से चिल्लाते हुए कह रहा था 'मेरे देश से बाहर निकलो'। घटना 21 फरवरी को ओलेथ के ऑस्टिन बार एंड ग्रिल में हुई।
गोली चलाने वाले का नाम एडम पुरिन्टन है, इसकी उम्र 51 साल है। बताते है कि पुरिन्टन यूएस नेवी का इम्प्लॉई रह चुका है। उसे अरेस्ट किया जा चुका है। पुरिन्टन घर में अकेला रहता है। ओलेथ पुलिस चीफ स्टीवन मेंके के मुताबिक, "ये ट्रैजिक है। इसे बिना अक्ल की हिंसा ही कहा जाएगा। जख्मी हुए शख्स का नाम आलोक मदसानी (32) है। ये कुचीभोतला के दोस्त हैं। एक अमेरिकी शख्स इयान ग्रिलट (24) भी गोलीबारी में घायल हुए। मसदानी और ग्रिलट को हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। दोनों की हालत खतरे से बाहर है।
कैसे हुई घटना और कैसे पता लगा?
- बार में बैठे पुरिन्टन ने काफी शराब पी हुई थी। उसने वहां बैठे दो लोगों पर कमेंट करना शुरू किया। ये दोनों ही भारत के रहने वाले थे। पुरिन्टन को लगा कि ये लोग मिडल ईस्ट के रहने वाले हैं।'कंसास सिटी स्टार' अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, बाद में पुरिन्टन मिसौरी के क्लिंटन में होटल में (घटनास्थल से 80 किमी दूर) छिप गया। उसने एक बैरे को बताया कि दो मिडल ईस्ट के लोगों को गोली मारी। घटना के 5 घंटे बाद उसे अरेस्ट किया जा सका। पुरिन्टन पर फर्स्ट डिग्री मर्डर का आरोप है। उसका बॉन्ड 20 लाख डॉलर का है। घटना के बाद ह्यूस्टन स्थित इंडियन काउंसलेट ने दो अफसरों को कंसास भेजा। काउंसलेट ने ट्वीट किया, "काउंसल रवींद्र जोशी और वाइस काउंसल हरपाल सिंह को पीड़ितों की मदद के लिए भेजा है।"
कौन थे श्रीनिवास?
- कुचीभोतला ने 2014 में टेक्सास यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रीकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की डिग्री ली थी। इसके बाद उन्होंने गार्मिन इंटनेशनल नाम की कंपनी में ज्वाइन किया था। वे कंपनी के एविएशन प्रोग्राम से जुड़े थे। कंपनी ने भी कुचीभोतला की मौत पर संवेदनाएं व्यक्त की हैं। कुचीभोतला हैदराबाद के रहने वाले थे।
सुषमा ने ट्वीट कर दुख जताया
- फॉरेन मिनिस्टर सुषमा स्वराज ने कहा- "मैं कंसास में हुई फायरिंग से शॉक्ड हूं, जिसमें श्रीनिवास कुचीभोतला की मौत हो गई। श्रीनिवास के परिवार के साथ हमारी संवेदनाएं हैं।"
मृतक के परिवार वाले बोले यब सब ट्रंप के कारण हुआ
वहीं मौत के बाद भारत में मौजूद इंजीनियर के परिजनों ने इस घटना के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी आक्रामक नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है। एक परिजन के अनुसार हमारे परिवार में ऐसा पहली बार हुआ है। इसका एकमात्र कारण डोनाल्ड ट्रंप ही हैं।जानकारी के अनुसार श्रीनिवास और मदासनी दोनों ही केन्सास के ओलेथ शहर में जीपीएस बनाने वाली कंपनी गारमिन में इंजीनियर थे। मृतक इंजीनियर केरल का रहने वाला था जो कुछ साल पहले ही जॉब के लिए अमेरिका पहुंचा था। बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जब से सात मुस्लिम बाहुल्य देशों के नागिरिकों का अमेरिका में प्रवेश बंद करने का आदेश दिया है तब से विदेशी लोगों पर अमेरिका में हमले तेज हुए हैं।