इंडिया न्यूज सेंटर,नई दिल्लीः भारतीय वायु सेना के मार्शल अर्जन सिंह पंचतत्व में विलीन हो गए। मार्शल अर्जन के बेटे ने उनका दाह-संस्कार किया। नई दिल्ली के बरार स्क्वायर में उन्हें मुखाग्नि दी गई। अर्जन सिंह का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया, उन्हें 21 तोपों की सलामी भी दी गई, इसके अलावा उन्हें फ्लाई पास्ट भी दिया गया। अर्जन सिंह के सम्मान में नई दिल्ली की सभी सरकारी इमारतों पर लगा राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका दिया गया। इस दौरान रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और सभी सेना अध्यक्षों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी भेट की है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने भी बरार स्क्वायर में पहुंकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इससे पहले अर्जन सिंह के सम्मान में सोमवार को सभी सरकारी इमारतों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका दिया गया। उनका 98 वर्ष की उम्र में शनिवार को सेना के रिचर्स एंड रेफरल अस्पताल में निधन हो गया था। अर्जन सिंह देश के वे योद्धा थे जिन्हें पाकिस्तान को घुटनों पर लाने के लिए जाना जाता है। उन्हें 1965 के युद्ध का हीरो माना जाता है, जब भारतीय वायु सेना अग्रिम मोर्चे पर थी तब वे उसके प्रमुख थे।वह इकलौते वायु सेना अधिकारी थे जिन्हें फाइव स्टार रैंक दी गई थी। अर्जन सिंह की शव यात्रा सोमवार को सेना की तोप गाड़ी के जरिए उनके आवास से अंतिम संस्कार स्थल तक लाई गई।