चुनाव घोषणा पत्र में पीडित परिवार को 5 लाख का मुआवजा देने का किया वायदा
• पीडित परिवारों के लिए वेल्फेयर बोर्ड के गठन का भी किया वायदा
• हिन्दुओं के लिए मगरमच्छ के आंसू बहा रही है बीजेपी : पवन गुप्ता
• पीडित परिवारों को भी मलाल, चुनाव के दौरान ही बीजेपी को आई पीडितों की याद
इंडिया न्यूज सेंटर,जालंधरः पंजाब के आतंकवाद पीडित हिन्दु परिवारों की सुध आखिरकार बीजेपी ने ले ही ली है। बीजेपी का कहना है कि अगर पंजाब में पार्टी अपने सहयोगी अकाली दल के साथ सत्ता में लौटती है तो आतंकवाद पीडित परिवारों को 5 लाख रुपया मुआवजा देने के साथ-साथ सूबे में इन परिवारों के लिए वेल्फेयर बोर्ड का गठन भी किया जाएगा। रविवार को बीजेपी ने जालंधर में आपना चुनाव घोषणा पत्र जारी करते हुए ये वादा किया है। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली और बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष विजय सांपला ने ये वाय़दा किया है। गौर हो कि आतंकवाद पीडित पंजाब का हिन्दु विगत 35 बरसों से सरकारी सहायता के लिए दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर था। लेकिन किसी पार्टी ने पीडित परिवारों की कोई सुध नहीं ली थी। बीजेपी के इस वाय़दे पर हिन्दुस्तान शिवसेना ने चुटकी ली है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन गुप्ता ने इल्जाम लगाया है, कि चुनाव में हिन्दुओं को ठगने के उद्देश्य से बीजेपी ने ये वाय़दा किया है। पवन गुप्ता ने –इंडिया न्यूज सेंटर- से कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने दंगा पीडित सिख परिवारों को तो सत्ता में आते ही 5-5 लाख रुपये की सहायता जारी कर दी। लेकिन पंजाब के आतंकवाद पीडित परिवारों के लिए ढाई साल में कुछ नहीं किया। पवन गुप्ता ने कहा कि पंजाब में अकाली दल के साथ 10 सालों से बीजेपी सत्ता सुख भोग रही है। इस अवधि में पार्टी ने पीडित हिन्दुओं के लिए क्या किया ? उन्होंने कहा कि अब अपनी लुटिया डुबती देख बीजेपी हिन्दुओं के लिए मगरमछी आंसू बहा रही है।
उधर, पीडित परिवार के संजीव धवन ने भी पवन गुप्ता की हां-हां में हां मिलाई। –इंडिया न्यूज सेंटर- से खासबातचीत में धवन ने कहा कि चुनाव के ऐन मौके बीजेपी को पीडित हिन्दुओं की याद आई है। वे भी सिर्फ वाय़दे के साथ। संजीव धवन ने कहा कि केंद्र में बीजेपी नीत गठबंधन सरकार है। हिन्दुओं के जख्मों का दर्द आगर बीजेपी को होता तो पार्टी श्रीमती लक्ष्मीकांता चावला और डॉ. हस्तीर की मांग को मानते हुए पीडित परिवारों को मुआवजा दे देती। संजीव धवन के पिता डॉ. दीनानाथ को आतंकियों ने 18 अप्रेल 1986 को शहीद कर दिया था। डॉ. दीना नाथ तरनतारन में रहते थे और गांव धोतियां में क्लीनिक चलाते थे। 18 अप्रेल 1986 को शाम के वक्त डॉ. दीनानाथ को धोतियां में उस वक्त शहीद कर दिया गया था जब वें अपने घर लौटने के लिए गांव के स्टेंड पर बस का इंतजार कर रहे थे। इतने में मोटर साइकल सवार आतंकियों ने आंधाधुंध फायरिंग कर डॉ. दीना नाथ को शहीद कर दिया था।