बदलते लाइफस्टाइल और तेजी से भागती जिंदगी में आप कब, किस बीमारी की गिरफ्त में आ जाएं, कह नहीं सकते। ऐसे समय में ये जरूरी हो जाता है कि हम नियमित रूप से चेकअप कराते रहें और अपनी हेल्थ को लेकर पर्याप्त सावधानी बरतते रहें। आइए जानते हैं रूटीन चेकअप आपके लिए किस तरह फायदेमंद साबित हो सकता है।
ब्लड प्रेशर:- आपका ब्लड प्रेशर हाई रहे या लो, दोनों ही स्थिति में ये जरूरी हो जाता है कि आप अपने ब्लड प्रेशर की नियमित रूप से जांच कराते रहें, क्योंकि यह आपके स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। हाई ब्लड प्रेशर रहने पर हार्ट अटैक और स्ट्रोक के चांस बढ़ जाते हैं। ऐसे में आप जब भी अपने डॉक्टर के पास जाएं, अपना बीपी जरूर चैक कराते रहें।
कम हाइट:- आपका कद न बढऩे का एक कारण ऑस्टियोपोरोसिस हो सकता है। रीढ़ की हड्डी में कम्प्रेशन होने से भी आपकी हाईट पर असर पड़ता है।
वेट:- आपको नियमित रूप से अपने वजन को मापते रहना चाहिए। अचानक बहुत तेजी से वजन बढऩा और घटना, दोनों ही किसी बीमारी से पीडि़त होने के संकेत देते हैं। वजन अधिक बढऩे का अर्थ दिल, लीवर और किडनी की बीमारी की ओर वहीं वजन घटना इंफेक्शन या कैंसर की तरफ इशारा करता है। थायराइड होने पर भी वजन तेजी से बढ़ाने या घटने लगता है।
ब्लड टेस्ट:- समय-समय पर अपना ब्लड टेस्ट कराते रहें। इससे ब्लड में ग्लूकोज लैवल, ब्लड इलेक्ट्रोलाइट काऊंट का पता चलता रहेगा, जो किडनी और हार्ट की समस्याओं को इंगित करते हैं।
लिवर फंक्शन टेस्ट:- लिवर फंक्शन टेस्ट (एलएफटी) संक्रमण, सूजन या जिगर की कोशिकाओं को हो रहे नुकसान का पता लगाने के लिए किया जाता है। एलएफटी का बढऩा ये संकेत देता है कि आपका लीवर सही तरीके से काम नहीं कर रहा है।
यूरिन टेस्ट:- रूटीन यूरिन टेस्ट शूगर का पता लगाने के लिए कराया जाता है. यूरिन संक्रमण, रंग में बदलाव या दुर्गंध आना, यूरिन निष्काशन के समय दर्द, किसी बीमारी या रक्त का आना और बुखार हो जाना किसी बड़ी बीमारी के लक्षण भी हो सकते हैं।
फेफड़ों का टेस्ट:- फेफड़ों में किसी प्रकार की समस्या का पता लगाने के लिए एक्स रे कराया जाता है। एक्स रे से तपेदिक, वातस्फीति या फेफड़ों के कैंसर का समय रहते पता लगाया जा सकता है।
हार्ट टेस्ट:- हार्ट अटैक, एनजाइना, हार्ट ब्लॉक, हार्ट का तेज धडक़ना आदि का पता लगाने के लिए इलैक्ट्रोकार्डियोग्राफी (ईसीजी) कराया जाता है। हर वयस्क को अपना कोलेस्ट्रॉल लेवल जरूर चैक कराना चाहिए। हाई ब्लड कोलेस्ट्रॉल आपके दिल के लिए नुकसानदायक हो सकता है। बढ़ती उम्र के साथ यह जोखिम कम होता जाता है और आमतौर पर हर बुजुर्ग को भी इसे करने की सलाह नहीं दी जाती।
मैमोग्राफी:- जिन महिलाओं की उम्र 50 साल से अधिक है उन्हें मैमोग्राफी जरूर करानी चाहिए। यह ब्रेस्ट ट्यूमर का पता लगाने में मदद करती है। हर तीन साल में एक बार पैप स्मीयर टेस्ट कराना चाहिए। इससे बच्चेदानी में कैंसर का पता आसानी से लगाया जा सकता है।