leopard creates the terror in public
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वन विभाग व डब्लूडब्लूएफ के प्रयास से मिली सफलता
लायन सफारी इटावा में छोड़ा जायेगा तेंदुआ
अशफांख खां,बहराइचः कतर्नियाघाट वन्य जीव विहार अन्तर्गत विगत 16 अगस्त 2018 को हुए तेन्दुए के हमले में ग्राम गुलरा निवासी प्रमोद की 19 वर्षीय पुत्री प्रीति की मृत्यु के लिए जिम्मेदार तेंदुआ आखिरकार पिंजरे में कैद हो ही गया। बीते 16 अगस्त 2018 से गुलरा एवं कारीकोट क्षेत्र में आतंक का पर्याय बना तेंदुआ वन विभाग तथा डब्लूडब्लूएफ व अन्य लोगों के अथक प्रयास से 26 अगस्त की भोर लगभग 04ः00 बजे राजेन्द्र सिंह पुरवा, कारीकोट स्कूल के निकट लगाये गये पिंजरे में कैद हो गया।उल्लेखनीय है कि उपरोक्त घटना के पश्चात दुधवा टाईगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर रमेश कुमार पाण्डेय के निर्देश पर प्रभावित क्षेत्रों में आमजन में विश्वास बहाली के लिए वन विभाग, डब्लूडब्लूएफ एंव डब्लूटीआई के अधिकारियों ने गांव-गांव में बैठकें आयोजित कर ग्रामवासियों को विश्वास दिलाया था कि हमलावर तेंदुए को हर हाल में पकड़ लिया जायेगा। हमलावर तेन्दुए को पकड़ने के लिए जहाॅ एक ओर विभिन्न टीमें सक्रिय थीं वहीं दूसरी आसमान से नजर रखने के लिए कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग में प्रथम बार ड्रोन कैमरे की मदद ली गयी। डब्लूडब्लूएफ के वरिष्ठ परियोजना अधिकारी दबीर हसन ने बताया कि इस ऑपरेशन में ड्रोन कैमरे एंव मोशन एंव थर्मो सेंसर कैमरे का प्रयोग किया गया। डब्लूडब्लूएफ के जंतु वैज्ञानिक आशीष बिष्ट ने मोशन सेंसर कैमरे द्वारा तेंदुए का फोटो लेने में सफलता हासिल कर उसके आधार पर तेंदुए का ट्रैक रूट तैयार किया गया। डीएफओ कतर्नियाघाट जी.पी. सिंह के कुशल नेतृत्व में उसी स्थान पर पिंजरे रखवा कर मॉनिटरिंग किया गया। इसके पश्चात डीएफओ कतर्नियाघाट के कुशल नेतृत्व में उपयुक्त स्थानों पर स्थापित किये गये पिंजरों और उनकी सतत निगरानी के नतीजे में तेंदुए को पकड़ने में सफलता प्राप्त हुई। इस सफलता पर दुधवा टाईगर रिजर्व के एफडी ने भी ट्रैपिंग टीम को बधाई दी है। वनाधिकारी कतर्नियाघाट जी.पी. सिंह ने बताया कि वन्य जीव प्रतिपालक गिरिजापुरी यशवंत की देख-रेख में पकड़े गये तेंदुए को सुरक्षित कतर्नियाघाट वन क्षेत्र कार्यालय लाया गया। जहां पर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. बलवन्त सिंह के निर्देश पर पशु चिकित्सालय सुजौली के पशु चिकित्सक डा. अमर नाथ कटियार तथा डब्लूटीआई के पशु चिकित्सक डा. दक्ष द्वारा तेंदुए का स्वास्थ्य परीक्षण कर यह रिपोर्ट दी गयी कि तेंदुए काऊपरी एंव निचला कैनाइन टूटा हुआ है। इस रिपोर्ट के पश्चात उच्चाधिकारियों ने तेंदुए को लायन सफारी इटावा में भेजने का निर्णय लिया है। डीएफओ श्री सिंह ने बताया कि इस सम्पूर्ण आपरेशन को सफलतापूर्वक संचालित करने में वन, पुलिस, डब्लूडब्लूएफ सहित अन्य एजेन्सियों तथा विशेष रूप से वन प्रभाग के आस-पास रहने वाले ग्रामवासियों के सहयोग को देखते हुए दुधवा टाईगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर रमेश कुमार पाण्डेय द्वारा वन्य प्राणी सप्ताह के अवसर पर ट्रैपिंग टीम के सदस्यों को सम्मानित एवं पुरस्कृत किये जाने का निर्णय लिया गया है। इस कार्य मे थानाध्यक्ष सुजौली अफसर परवेज, वाचर विनोद कुमार, छोटे व असगर, ग्राम कारीकोट निवासी उमेश कुमार सिंह व बजरंगी, गुलरा के राजेश कुमार, चहलवा के मोहम्मद इदरीस, लोहरा के दीन दयाल व डब्लूडब्लूएफ के सहायक मंसूर अली सहित अन्य लोगों को सम्मानितएवं पुरस्कृत किया जायेगा। डीएफओ श्री सिंह ने बताया कि तेंदुए को पकड़ने में उपरोक्त के साथ-साथ स्थानीय वन रक्षक कौशल किशोर सिंह, पवन शुक्ला व फिरोज आलम, वन दरोगा अशफाक खान, अनिल कुमार, राधेश्याम एंव रमेश चंद्र मौर्य के साथ ग्राम प्रधान बाबू खान, ग्राम प्रधान मटेही अचल राणा, ग्राम प्रधान कारीकोट हुकुम सिंह एंव ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रमपुरवा विनोद कुमार के साथ गुलरा निवासी हरिद्वारी, राजकुमार सिंह, वीरेंदर सिंह, संजय, दीपू एंव मोहम्मद शरीफ का विशेष सहयोग रहा।