इंडिया न्यूज सेंटर,चंडीगढ़: आज यहां ज्यूडिशियल अकैडमी में आयकर विभाग द्वारा पंजाब विजीलेंस ब्यूरो के अधिकारियों के साथ बेनामी जायदाद और लेन -देन को बेनकाब करने संबंधी संयुक्त वर्कशाप का आयोजन किया गया जिसमें अधिकारियों और कर्मचारियों को बेनामी संपत्ति नियंत्रण कानून में हुई नये संशोधन और जारी हुए नये नियमों संबंधी अवगत करवाया गया। इस अवसर पर बोलते हुए आयकर विभाग की उत्तर -पश्चिमी क्षेत्र की प्रमुख मुख्य कमिशनर मधु महाजन ने बताया कि हर किस्म की बेनामी सम्पत्ति के खुलासे के लिए वर्ष 2016 में बेनामी सम्पत्ति नियत्रण कानून में नये संशोधनों और नये नियम लागू हुए हैं जिससे साथ समर्थ अधिकारी ऐसीं सम्पत्तियों को ज़ब्त करके कब्ज़े में ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस उद्देश्य की पूर्ति हित विभिन्न राज्यों प्रमुख निर्देशक आयकर की अध्यक्षता अधीन बेनामी नियंत्रण यूनिट स्थापित किये गए हैं और देश में एक वर्ष के अंदर -अंदर 300 बेनामी सम्पत्तियों को ज़ब्त किया जा चुका है। मैडम मधु महाजन ने बताया कि हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में काफ़ी बेनामी सम्पत्तियां हैं जिन पर विभाग की कड़ी नजऱ है जबकि पंजाब के यूनिट द्वारा इस दिशा में इसी समय के दौरान मिसाली कार्य किये गए हैं। वर्कशाप के उद्घाटनी भाषण के अवसर पर प्रमुख निर्देशक आयकर पंजाब और जम्मू -कश्मीर परनीत सिंह सचदेव ने बताया कि वर्ष 1988 में लागू हुए इस कानून के अंतर्गत विभाग पिछले 28 वर्षो के समय के दौरान बनाईं बेनामी जायदादों को भी खंगाल सकता है। विजीलेंस ब्यूरो के अधिकारियों और कर्मचारियों से विचार सांझे करते उन्होंने कहा कि पंजाब में भी अवगत स्रोतों से अधिक जायदादों रखने और बेनामी जायदादों सम्बन्धित प्रभावी कार्यवाही के लिए आमदन कर, पुलिस और विजीलेंस ब्यूरो के आपसी तालमेल के कारण बेहतर नतीजे लाए जा सकते हैं। इस वर्कशाप में भाग लेने वालों अधिकारियों और कर्मचारियों ने बेनामी सम्पत्ति कानून संबंधी विभिन्न विषयों पर विचार चर्चा भी की। इस अवसर पर अन्य के अतिरिक्त मुख्य निर्देशक विजीलेंस ब्यूरो श्री बी.के.उपल, निर्देशक विजीलेंस ब्यूरो श्री जी.नागेशवरा राव, आई.जी श्री शिवे कुमार वर्मा, अतिरिक्त डायरैक्टर आयकर राजिन्दर कौर और उप-कमिशनर आयकर राजीव बुज़ुर्ग समेत विजीलेंस ब्यूरो के विभिन्न रेंजों के एस.एस.पीज और और कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।,