इंडिया न्यूज सेंटर, चंडीगढ़ : नेशनल ऑयोडीन डेफीशिएंसी डिस्आर्डर कंट्रोल प्रोग्राम के अधीन 21 अक्टूबर को पूरे पंजाब में उच्च स्तर पर ऑयोडीन की कमी से होने वाले रोगों का रोकथाम दिवस मनाया गया। सेहत मंत्री सुरजीत कुमार ज्याणी ने कहा कि ऑयोडीन की कमी से होने वाला रोग बहुत ही चिंताजनक विषय है। ऑयोडीन की कमी केवल हिमालय क्षेत्र तक ही सीमित नहीं बल्कि नदी के साथ लगते क्षेत्र और तटीय क्षेत्रों में भी पाई जा रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब में ऑयोडीन डेफीशिएंसी डिस्आर्डर कंट्रोल प्रोग्राम कठोरता से लागू किया जा रहा है। विनी महाजन, प्रधान सचिव स्वास्थय विभाग ने बताया कि पंजाब भारत में पहला राज्य है जहां इस कार्यक्रम के अधीन नमक और मूत्र के सैंपल एकत्र करने और टेस्ट करने संबंधी स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर तैयार किए गए हैं। उन्होंने बताया कि पंजाब राज्य में ऑयोडीन की कमी से होने वाले रोगों की प्रीविलेंस जांच के लिए राज्य के समस्त जिलों में पीजीआई चंडीगढ़ के सहयोग से सर्वे किया जा चुका है। हुस्न लाल, आयुक्त फूड एंड ड्रग एडमिनिसट्रेशन ने कहा कि राज्य में बिना ऑयोडीन वाले नमक की बिक्री पर मनाही संबंधी अधिसूचना जारी की गई है।