SIGH OF RELIEF: 291 VILLAGES AFFECTED WITH ARSENIC & HEAVY METALS TO GET POTABLE WATER BY NEXT MONTH
- 9 जिलों के गाँवों को होगा सीधा लाभ
इंडिया न्यूज सेंटर,चंडीगढ़: पंजाब के 9 जिलों के उन गाँवों में जहां का पानी आर्सेनिक या हैवी मेटल/फ्लोरायड प्रभावित है और वहाँ नहरी पानी पहुंचाना मुश्किल है, उन गाँवों में आर्सेनिक और आयरन रिमूवल प्लांट या इंडिविजूअल हाऊसहोल्ड यूनिट या आर.ओ. प्लांट लगाए जा रहे हैं। यह प्रोजैक्ट जल आपूर्ति एंव स्वच्छता विभाग द्वारा लगवाए जा रहे हैं। मार्च 2021 तक अमृतसर, पटियाला, फिऱोज़पुर, गुरदासपुर, जालंधर, तरन तारन, कपूरथला, लुधियाना और एस.बी.एस. नगर के कुल 291 गाँवों के लोगों को शुद्ध पीने लायक पानी मिलेगा। जबकि अमृतसर, तरन तारन और गुरदासपुर जिलों के 102 गाँवों में पहले ही आर्सेनिक और आयरन रिमूवल प्लांट स्थापित किये जा चुके हैं।
अमृतसर, तरन तारन, गुरदासपुर और फिऱोज़पुर के 131 गाँव, जहां के पानी में आर्सेनिक तत्व है, उन गाँवों में 38.62 करोड़ रुपए की लागत से आर्सेनिक और आयरन रिमूवल प्लांट लगाए जा रहे हैं। 102 गाँवों में 22.28 करोड़ रुपए की लागत से एक प्रोजैक्ट पूरा भी कर लिया गया है और इन गाँवों की 1 लाख 38 हज़ार 959 आबादी को अब शुद्ध पानी मुहैया करवाया जा रहा है। बाकी गाँवों में मार्च 2021 तक प्रोजैक्ट मुकम्मल कर लिए जाएंगे। अमृतसर, तरन तारन और गुरदासपुर जिलों के जिन 54 गाँवों में आर्सेनिक की मात्रा ज़्यादा है और नहरी पानी आधारित स्कीमों को मुकम्मल होने में लगभग 2 साल का समय लगने की संभावना है, उन गाँवों को तुरंत साफ़ पानी मुहैया करवाने के लिए एक प्रोजैक्ट तैयार किया गया है। इस प्रोजैक्ट अधीन डिसैंट्रलाइज्ड़ इंडीव्युजल आर्सेनिक प्यूरीफिकेशन यूनिट हर घर को दिया जायेगा।
यह प्यूरीफिकेशन यूनिट आई.आई.टी. मद्रास द्वारा तैयार की गई तकनीक पर आधारित है। सिफऱ् इस प्रोजैक्ट की लागत 4.85 करोड़ रुपए है। इस प्रोजैक्ट को लागू करने से पहले इसका ट्रायल तरनतारन जि़ले के एक गाँव रदालके में किया गया था जोकि कामयाब रहा है। यह प्रोजैक्ट भी मार्च 2021 तक मुकम्मल हो जायेगा।
इसी तरह पटियाला, फिऱोज़पुर, गुरदासपुर, जालंधर, तरन तारन, कपूरथला, लुधियाना और एस.बी.एस. नगर जिलों के 106 गाँवों में जहाँ पानी में हैवी मेटल/फ्लोराइड तत्व है, वहाँ 15.26 करोड़ की लागत से आर. ओ. प्लांट लगाए जा रहे हैं। यह प्रोजैक्ट भी मार्च 2021 तक पूरा हो जायेगा।
जल आपूर्ति एंव स्वच्छता मंत्री रजिया सुलताना ने बताया कि पंजाब के गाँवों को शुद्ध पानी मुहैया करवाने के लिए जल आपूर्ति एंव स्वच्छता विभाग द्वारा बहुत सी स्कीमें जारी हैं।
1 फरवरी को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने हर घर पानी हर घर सफ़ाई मिशन के अंतर्गत 255 करोड़ रुपए की लागत से 112 प्रोजेक्टों का उद्घाटन किया जबकि 52 करोड़ से भी ज़्यादा के 154 प्रोजैक्ट लोगों को समर्पित किये। इनके अलावा 845.44 करोड़ रुपए के प्रोजेक्टों के अलग-अलग 1822 नींव पत्थर भी रखे हैं। उन्होंने कहा कि मोगा जि़ले के 85 गाँवों के 67 हज़ार घरों को पीने लायक साफ़ पानी मुहैया करवाने के लिए 218 करोड़ रुपए की लागत से पंजाब का पहला ‘केंद्रीय वाटर ट्रीटमेंट प्लांट ’ गाँव दौधर में सफलतापूर्वक चल रहा है।