इंडिया न्यूज सेंटर, कानपुर: इंदौर-पटना एक्सप्रेस रेल हादसे के मामले में रेलवे ने पहली कार्रवाई करते हुए झांसी मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) एस. के. अग्रवाल को हटा दिया है। अग्रवाल को साउथ ईस्टर्न रेलवे के रांची डिवीजन में डीआरएम पद पर भेजा गया है। उनकी जगह इलाहाबाद से एके मिश्रा तैनात कर दिए गए हैं। इसके अलावा पांच वरिष्ठ इंजीनियरों को निलंबित कर दिया गया है जबकि दो अवर अभियंताओं को भी सस्पेंड किया गया है। गत दिवस मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त पीके आचार्या की अध्यक्षता में जांच दल कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंची। यहां रेल हादसे से संबंधित कर्मचारियों और लोगों के बयान ले रहे हैं। पटना-इंदौर एक्सप्रेस के ड्राइवर जलत शर्मा से हर मिनट की डिटेल मांगी जा रही है। इंदौर-पटना एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने के पीछे एक कारण इसमें अधिक लोड भी माना जा रहा है। 22 बोगियों की क्षमता वाली इस एक्सप्रेस ट्रेन में हादसे वाले दिन 23 बोगियां लगी थीं। अतिरिक्त कोच बी-3 था, जिसमें सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। इसके पीछे एस-1 कोच था। इन कोचों में ही यात्रियों को खडख़ड़ की आवाज के साथ हिचकोले लग रहे थे। इससे आशंका है कि अतिरिक्त कोच में कुछ गड़बड़ी थी। ड्राइवर जलत शर्मा के मुताबिक इंजन का मीटर लोड ज्यादा बता रहा था क्योंकि अतिरिक्त कोच लगा दिया गया था। जांच टीम ने ड्राइवर, टीटी, गार्ड, गेटमैन, लाइनमैन सबके बयान रिकॉर्ड कर लिए हैं। प्रारंभिक जांच रिपोर्ट आज या कल में रेलवे बोर्ड को दे दी जाएगी।