इंडिया न्यूज सेंटर, नई दिल्ली: इस बार मां दुर्गा के नवरात्र 1 अक्तूूबर से शुरू होकर 10 अक्तूबर तक चलेंगे। इस साल दो दिन तक प्रतिपदा तिथि रहेगी, जिसकी वजह से इस बार 10 नवरात्र होंगे। 1 से 10 अक्तूबर तक नवरात्रों के अलावा और भी शुभ तिथियां आ रही हैं। आईए जानते हैं कि किस दिन होगी कौन सी देवी की पूजा।
पहला नवरात्र- 1 अक्तूबर, शनिवार को शारदीय (शरद, आश्विन, अस्सु) नवरात्र प्रारंभ, घट (कलश) स्थापना, श्री दुर्गा पूजा एवं श्री राम लीला कथा-मेला प्रारंभ, नानी-नानी का श्राद्ध, आश्विन शुक्ल पक्ष शुरू, महाराजा अग्रसेन जी की जयंती, मेला माता श्री ज्वालामुखी जी एवं श्री बगलामुखी जी प्रारंभ (हिमाचल), मेला श्री आशापूर्णी जी (पठानकोट) होगा।
दूसरा नवरात्र- 2 अक्टूबर, रविवार को चंद्र दर्शन, गांधी जी एवं श्री लाल बहादुर शास्त्री जी का जन्मदिवस। प्रतिपदा तिथि दो दिन तक बने रहने से आज भी देवी शैलपुत्री का पूजन होगा।
तीसरा नवरात्र- 3 अक्टूबर, सोमवार को नवरात्र की द्वितीया को देवी ब्रह्मचारिणी का पूजन होगा। मुसलमानी महीना मुहर्रम एवं हिजरी सन् 1438 शुरू।
चौथा नवरात्र- 4 अक्टूबर मंगलवार को तृतीया तिथि की देवी दुर्गा के चन्द्रघंटा रूप का पूजन होगा।
पांचवां नवरात्र- 5 अक्टूबर बुधवार को चतुर्थी तिथि की देवी कूष्मांडा स्वरूप का पूजन होगा। श्री उपांङ्ग ललिता पंचमी व्रत, सिद्धि विनायक श्री गणेश चतुर्थी व्रत।
छठा नवरात्र- 6 अक्टूबर वृहस्पतिवार को पंचमी तिथि के भगवान कार्तिकेय की माता स्कंदमाता का पूजन होगा।
सातवां नवरात्र- 7 अक्टूबर शुक्रवार को गुरु (तारा) पूर्व में उदय होगा, आय बील ओली प्रारंभ (जैन)। नारदपुराण में कहा गया है आश्विन शुक्ल षष्ठी को मां कात्यायनी का पूजन करना चाहिए।
आठवां नवरात्र- 8 अक्टूबर शनिवार को श्री सरस्वती देवी जी का आह्वान, सप्तमी तिथि की देवी मां कालरात्रि के पूजन का विधान है।
नौंवा नवरात्र- 9 अक्टूबर रविवार को कन्या पूजन, श्री दुर्गा अष्टमी व्रत, महा अष्टमी, श्री सरस्वती देवी जी का पूजन, मेला माता श्री ज्वालामुखी जी, मेला माता श्री तारा देवी जी, श्री भद्रकाली जी की जयंती।
दसवां नवरात्र- 10 अक्टूबर सोमवार को श्री दुर्गा नवमी, महानवमी, श्री सरस्वती देवी जी के लिए बलिदान एवं विसर्जन, आश्विन (अस्सु,शरद), शारदीय नवरात्र समाप्त।