इंडिया न्यूज सेंटर, लुधियानाः ए.डी.जी.पी. (जेल) गौरव यादव के दिशा-निर्देशानुसार जुलाई माह में दूसरी बार ताजपुर रोड की सैंट्रल जेल में बड़ा सर्च ऑप्रेशन चलाया गया। सुपरिंटैंडैंट एस.पी. खन्ना के नेतृत्व में 5 घंटे तक चले विशेष सर्च अभियान में टीम ने जेल का चप्पा-चप्पा छान मारा। टीम में शामिल किए कैदियों द्वारा जेल में खुदाई के दौरान 5 लावारिस मोबाइल फोन व बैटरियां बरामद की गईं। गौरतलब है कि इससे पहले 2 जुलाई को डी.आई.जी. (जेल) लखविंद्र सिंह जाखड़ ने लुधियाना के 4 ए.डी.सी.पी., ए.सी.पी. व 13 एस.एच.ओज के नेतृत्व में 400 पुलिस कर्मियों को लेकर उक्त जेल में लगभग साढ़े 3 घंटे तक सर्च अभियान चलाया था, जिसमें उन्हें 2 मोबाइल फोन बरामद हुए थे।
एस.पी. खन्ना ने बताया कि जेल की मुख्य बैरकों के बाहर लगे ‘प्रिजन कॉल सिस्टम’ की जिम्मेदारी अब सहायक सुपरिंटैंडैंट शिव कुमार को सौंपी गई है। उन्होंने बताया कि यहां से बंदी अपने परिजनों से फोन पर बात करते हैं और इस कॉल के लिए उन्हें पैसे अदा करने पड़ते हैं। काल करने का समय समय मात्र 5 मिनट का होता है। 1 दिन की कॉल करने की संख्या 800 के करीब आंकी गई है। उन्होंने बताया कि उक्त सिस्टम से किसे, कहां और कितनी देर बात हो रही है, सब नोट होता है। इस सिस्टम से फोन करने के लिए बंदियों का अकाऊंट खोलना पड़ता है और साथ ही कॉल के दौरान बंदी का पूरा रिकॉर्ड लिखना पड़ता है। इसलिए यह जिम्मेदारी अब सहायक सुपरिंटैंडैंट के कंधों पर डाली गई है। वहीं उन्होंने बताया कि जिन कैदियों के पास उक्त सिस्टम से फोन करने के लिए पैसे नहीं हैं, उनकी मदद जेल वैल्फेयर फंड से की जाएगी।