इंडिया न्यूज सेंटर, नई दिल्ली: सतलुज यमुना लिंक नहर के मुद्दे पर सोमवार को पंजाब व हरियाणा के नेताओं ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की। पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल व उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति को मैमोरेंडम भी सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई पंजाब के साथ पानी को लेकर कोई धक्केशाही न की जाए। साथ ही राष्ट्रपति से आग्रह किया गया कि इस मामले में ऐसा कोई कदम न उठाया जाए जिससे पंजाब के लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ हो। प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद पंजाब के लोगों में रोष है इसलिए पंजाब के लोगों विशेषकर किसानों के साथ नदी जल को लेकर अन्याय न किया जाए। पंजाब की अधिकतर आबादी कृषि आधारित है और इसलिए ये पानी पंजाब की जीवन रेखा है इसलिए इनसे ये जीवन रेखा न छीनी जाए। उधर, हरियाणा की तरफ से मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी थे। मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि हमने एसवाईएल मुद्दे को लेकर राष्ट्रपति को अवगत कराया है। हमें उम्मीद है कि जल्द है इस मसले का समाधान निकलेगा और हरियाणा के हिस्से में आने वाला पानी जल्द ही मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक पार्टियों का नहीं बल्कि दो राज्यों का मामला है हम पंजाब सरकार से केवल अपने हिस्से का पानी मांग रहे हैं, जिसका हमें अधिकार है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने एसवाईएल पर हरियाणा के हिस्से में आने वाले पानी को लेकर अपना निर्णय दे दिया है।