इंडिया न्यूज सेंटर, चेन्नई: साल 2014 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा फसलों और खेती के उत्सव के दौरान खेला जाने वाला खेल जलीकट्टू को प्रिवेंशन ऑफ क्रूअलटी टू ऐनिमल ऐक्ट के तहत बैन किए जाने के बाद, इस बार चेन्नै में इस उत्सव से पहले दूसरी ही तरह से चर्चा की जा रही है। रविवार को किए गए एक प्रोटेस्ट के बाद, ऐक्टर कमल हासन भी इस बहस में कूद चुके हैं। उन्होंने जलीकट्टू का समर्थन करते हुए कहा है, अगर ऐनिमल ऐक्टिविस्ट जलीकट्टू से इतने व्यथित हैं तो उन्हें एक कदम और आगे जाना चाहिए और बिरयानी को भी बैन करवा देना चाहिए। उन्होंने कहा, मैंने यह खेल खेला है। मैं कुछ उन गिने-चुने कलाकारों में से हूं जो यह दावा कर सकते हैं कि उसने सांड को गले लगाया है। मैं एक तमिल हूं और इस खेल को पसंद करता हूं। बता दें कि कुछ ऐनिमल राइट्स ऑर्गनाइजेशन की अपील पर नवंबर 2016 में सुप्रीम कोर्ट ने जलीकट्टू पर बैन के लिए तमिलनाडु की रिव्यू पिटिशन को खारिज कर दिया था।