Congress's fast, Delhi leaders before hunger strike eaten the food
नेशनल डेस्कः देशभर में दलितों पर हो रहे कथित अत्याचार के विरोध को लेकर कांग्रेस पार्टी ने राष्ट्रव्यापी अनशन का आयोजन किया है। पार्टी इस उपवास के जरिये केंद्र सरकार को घेरना चाहती थी, लेकिन कांग्रेस के कुछ नेताओं के कारण वह चर्चा का विषय बन गई है। हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी खुद भी राजघाट पर उपवास के लिए बैठे हैं। इस बीच, भाजपा नेता स्वर्गीय मदनलाल खुराना के बेटे हरीश खुराना ने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर की है, जिसमें कांग्रेस नेता अजय माकन, हारून युसुफ और अरविंदर सिंह लवली एक रेस्टोरेंट में छोले-भटूरे खाते हुए दिखाई दे रहे हैं। खुराना का दावा है कि यह सभी नेता उपवास के ठीक पहले भरपेट छोले भटूरे खा रहे थे। उन्होंने लिखा है, 'वाह रे हमारे कांग्रेस के नेता, लोगों को राजघाट पर अनशन के लिए बुलाया है और खुद एक रेस्तरां में बैठकर छोले भटूरे के मजे ले रहे हो। सही बेवकूफ बनाते हो। खुराना के ट्वीट का जवाब देते हुए अरविंदर सिंह लवली ने मीडिया से बातचीत में उन्होंने छोले भटूरे खाने की बात को स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि यह तस्वीर सुबह आठ बजे के पहले की है। साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि यह प्रतीकात्मक उपवास है, जो सुबह 10:30 से दोपहर बाद 4:30 बजे तक के लिए आयोजित किया गया है।
गौरतलब है कि हरीश दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता स्व. मदनलाल खुराना के बेटे हैं। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर की गई तस्वीर में दावा किया है कि कांग्रेस नेताओं ने देश के लोगों को अनशन के लिए राजघाट पर बुलाया है और खुद छोले-भटूरे का स्वाद ले रहे हैं। वहीं दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने भी हरीश खुराना के इस ट्वीट को रिट्वीट किया है। उन्होंने लिखा कि उपवास या उपहास? 3 घंटे भी 'खाए' बिना नहीं रह पाए? इस मामले में भाजपा-अकाली दल बादल के विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी कांग्रेस नेताओं के छोले-भटूरे खाने वाली तस्वीर पर निशाना साधा है। उन्होने कहा कि इनकी मानसिकता ही खाने की है, ये भूखे नहीं रह सकते।