इंडिया न्यूज सेंटर,कानपुरः बीजेपी नेता की ट्रेवल्स कंपनी में पार्टनरशिप की जानकारी पर आयकर की टीम ज्वाइंट कमिश्नल सेल टैक्स व आरटीओ पत्नी के घर पर भी आयकर की टीम पहुंची। अफसरों के घर पर दस्तावेजों को खंगालते हुए गहन पूछताछ की जा रही है। फजलगंज स्थित शताब्दी ट्रेवल्स के नौ ठिकानों में कर अपवचंना मामले में कार्रवाई के दौरान आयकर की टीम को कंपनी में जनपद में तैनात व्यापार कर ज्वाइंट कमिश्नर दिनेश वर्मा व आरटीओ इंफोर्समेंट सुनीता वर्मा की हिस्सेदारी का पता चला। पुख्ता सबूत के आधार पर आयकर की एक विशेष टीम में शामिल आधा दर्जन अफसरों ने उनके तिलकनगर स्थित लीला अपार्टमेंट में बने आवास पर छापा मारा। कार्रवाई के दौरान अफसरों ने लैपटॉप, कंप्यूटर सहित दस्तावेजों को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू की। शुरुआती जांच में ही ज्वाइंट कमिश्नर पति व पत्नी आरटीओ द्वारा सालों से शहर में रहकर बेनामी सम्पत्ति अर्जित करने का मामला सामने आया है। यहीं नहीं दोनों ही अफसरों के अपने-अपने कार्यक्षेत्र से जुड़े कई बड़े लोगों से नजदीकियां होने की जानकारी मिली है। वहीं शताब्दी ट्रेवल्स में भी इनकी कृपा-दृष्टि बनी रहने के तथ्य सामने आये हैं। साक्ष्यों के आधार पर माना जा रहा है कि लम्बे समय से जनपद में तैनाती के दौरान दोनों ने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचारियों को शह देने का मामला प्रकाश में आया है। कर चोरी सहित शताब्दी ट्रेवल्स, ट्रांसपोर्टरों से किस स्तर तक सांठगांठ व इनकी जड़े कहां तक फैली है। इसको लेकर आयकर अधिकारी पता लगाने में जुटे हैं। यह पूरी कार्रवाई सुबह आठ बजे से ज्वाइंट कमिश्नर आयकर अवधेश तिवारी की देखरेख में चल रहे है।
जानकारी के मुताबिक आरटीओ सुनीता वर्मा को जनपद में तैनात हुए साढ़े चार साल से अधिक का समय बीत चुका है। कानपुर में पोस्टिंग के दौरान वह एआरटीओ थी। यहीं पर उन्हें प्रमोशन मिला और वह आरटीओ हो गई। शहर में तैनाती से लेकर अब तक वह आफिस कार्य के बजाए सड़कों पर चेकिंग की ड्यूटी पर देखी जाती रही हैं। उनपर चेकिंग के दौरान ओवरलोड ट्रकों सहित वाहनों से वसूली के आरोप लगते रहे हैं। यहां तक की कई बार मामला विभागीय आलाधिकारियों तक के सामने आया, लेकिन अपनी सेटिंग के चलते उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी।