इंडिया न्यूज सेंटर, चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्य सचिव सरवेश कौशल ने बैंकिंग क्षेत्र से अपील की कि वह पंजाब की आर्थिकता की रीढ़ माने जाते कृषि क्षेत्र में अधिक ऋण प्रदान करें ताकि ग्रामीण आर्थिकता में नई जान डाली जा सके। मुख्य सचिव ने यह अपील राज्य स्तरीय बैंकर्ज कमेटी (पंजाब), की 138वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए की। यह बैठक चंडीगढ़ स्थित होटल माउंटव्यू में बैंकों की सितंबर, 2016 तक की कारगुजारी की समीक्षा के लिए की गई। राज्य स्तरीय बैंकर्ज कमेटी (एसएलबीसी) का मुख्य कार्य राज्य में कार्य करती समस्त वित्तीय संस्थानों के बीच आपसी संपर्क स्थापित करने और सलाहकार की भूमिका निभाना है। यह कमेटी वित्तीय और बैंकिंग क्षेत्र की विभिन्न पेश आ रहीं समस्याओं पर विचार करके इन समस्याओं का हल प्रस्तुत करती है। बैठक को संबोधित करते हुए कौशल ने कहा कि देश में बैंकिंग क्षेत्र को बड़ी ही तत्परता से कार्य करके ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पहुंच बढ़ानी चाहिए ताकि ग्रामीण जनसंख्या तक बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सकें। बैठक के दौरान बोलते हुए पंजाब नेशनल बैंक के कार्यकारी निदेशक डॉ. आर एस संघापुरे ने बताया कि प्रधानमंत्री जन-धन योजना अधीन निर्धारित अकाउंट खोलकर पंजाब सैचुरेटिड स्टेट का दर्जा हासिल कर चुकी है पर फिर भी रुपये डेबिट कार्ड जारी करने और जारी किए इन कार्डों को चालू किये जाने की तुरंत जरूरत है क्योंकि लाभकर्र्ता के लिए बीमा क्लेम लेने के लिए रुपये डेबिट कार्ड चालू अवस्था में होना आवश्यक होता है। बैठक में मुख्य तौर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त डीपी रैड्डी, पंजाब नेशनल बैंक के कार्यकारी निदेशक डॉ. आर एस संघापुरे, स्थानीय निकाय विभाग के निदेशक परवीन थिंद, इंस्टीट्यूशनल फाइनांस के निदेशक अर्शदीप सिंह थिंद, आर बी आई के क्षेत्रीय हेड निर्मल चंद और नाबार्ड के महाप्रबंधक कृष्ण चंद के अतिरिक्त अन्य उच्च अधिकारी उपस्थित थे।