AGRICULTURE DEPARTMENT SENSITIZES FARMERS FOR NOT BURNING PADDY STRAW
इंडिया न्यूज सेंटर,जालंधरः किसानों को धान की पराली के प्रबंधन के फायदों के बारे में बताने के उदेश्य से , कृषि विभाग ने आज ब्लाक भोगपुर में किसानों के लिए गाँव स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया। इस बारे में जानकारी देते हुए, मुख्य कृषि अधिकारी डा नज़र सिंह ने कहा कि धान की पराली को जलाना किसानों और भूमि दोनों के लिए बहुत खतरनाक है। उन्होंने कहा कि पराली को जलाने से मिट्टी की गुणवत्ता नष्ट होती है,साथ ही पर्यावरण पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है। डा नज़र सिंह ने कहा कि धान की पराली को जलाने के कारण मिट्टी के कई प्रमुख पोषक तत्व और अन्य सूक्ष्म पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं, क्योंकि पराली जलाने से कई जहरीली गैसें पैदा होती हैं, जो मानवीय स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालती हैं। इस अवसर पर मुख्य कृषि अधिकारी ने कहा कि पराली को आग लगाने की बजाय किसानों को नई तकनीकों के माध्यम से इसके प्रबंधन के लिए नए प्रभावी तरीके अपनाने चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए कृषि विभाग किसानों और किसानों के समूह को सब्सिडी दे मशीनें दे रहा है, जिसमें किसान को 50 फीसदी सबसिडी और किसान समूहों, सहकारी समितियों को 80 फीसदी सबसिडी दी जा रही है । डा नज़र सिंह ने कहा कि सबसिडी पर कंबाइन, हैप्पी सीडर, मल्चर, धान चापर, श्रेडर, ड्रिल तक शून्य, आरएमबी प्लग और अन्य शामिल है।