CENTRE NOT CONCERNED ABOUT SC STUDENTS' FUTURE AT ALL: DHARMSOT
निजी शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिनिधिमंडल द्वारा धर्मसोत के साथ मुलाकात
चंडीगढ़, इंडिया न्यूज़ सेंटरः पंजाब के सामाजिक न्याय,अधिकारिता और अल्पसंख्यक मंत्री स. साधु सिंह धर्मसोत ने कहा है कि केंद्र सरकार पंजाब के अनुसूचित जाति वर्ग से सम्बन्धित विद्यार्थियों के भविष्य के प्रति गंभीर नहीं है। उन्होंने यह प्रगटावा आज यहाँ निजी शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिनिधिमंडल के साथ मुलाकात करने के बाद किया।
स.धर्मसोत ने कहा कि पंजाब के अनुसूचित जातियों से सम्बन्धित नौजवानों का जीवन बेहतर बनाने के लिए शिक्षा बेहद ज़रूरी है और शिक्षा हासिल करके ही एस. सी. नौजवान जीवन में निश्चित मंजि़ल प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व में राज्य सरकार अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों की शिक्षा और उनके जीवन को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार, केंद्र द्वारा चलाई जा रही पोस्ट-मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम की बकाया राशि जारी करवाने के लिए लगातार यत्नशील है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017-18, 2018-19 और 2019-20 की लगभग 1500 करोड़ रुपए वजीफ़ा राशि केंद्र सरकार की तरफ बकाया है, जिसको जारी करने के लिए केंद्र के साथ लगातार संपर्क किया जा रहा है।
स. धर्मसोत ने कहा कि मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने एस. सी. विद्यार्थियों के भविष्य से सम्बन्धित इस गंभीर मामले को केंद्र के समक्ष कई बार उठाया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वजीफ़ा राशि जारी करवाने के लिए केंद्र सरकार को पत्र भी लिख चुके हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों का भविष्य दाव पर लगा हुआ है, परन्तु केंद्र सरकार इस सम्बन्धी गंभीरता नहीं दिखा रही। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को वजीफ़े की राशि जल्द जारी करनी चाहिए।
स. धर्मसोत ने प्रतिनिधिमंडल को कहा कि वह जल्द ही एस.सी. विद्यार्थियों के भविष्य से जुड़े इस मसले को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के समक्ष उठाएंगे, जिससे इस मसले का कोई सार्थक हल निकाला जा सके।
इस मौके पर सामाजिक न्याय, अधिकारिता और अल्पसंख्यक विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव कृपा शंकर सरोज, निदेशक दविन्दर सिंह, बी.एड. फेडरेशन के अध्यक्ष जगजीत सिंह, पंजाब अनएडेड डिग्री कॉलेज एसोसिएशन के अध्यक्ष सुखमन्दर सिंह पंजाब अनएडेड टेक्निकल इंस्टीट्यूशंस एसोसिएशन के अध्यक्ष गुरमीत सिंह धालीवाल, नर्सिंग कॉलेज एसोसिएशन के अध्यक्ष चरनजीत सिंह वालिया, पॉलिटेक्निक एसोसिएशन के अध्यक्ष राजिन्दर धनोआ, आई.टी.आई. एसोसिएशन के अध्यक्ष शिमांशु गुप्ता, ई.टी.टी. फेडरेशन के अध्यक्ष निर्मल सिंह, पी.यू.सी.ए. के अध्यक्ष अंशु कटारिया, विपिन शर्मा, अनिल चोपड़ा, जसनीक सिंह, सतविन्दर संधू आदि उपस्थित थे।