जालंधर: मंहगाई के इस दौर में हर कोई कुछ एक्सट्रा इंकम की तलाश में है। हर कोई ऐसा रास्ता या ज़रिया ढूंढता रहता है जिससे कुछ अलग से आमदनी हो सके और वो भी या तो मुफ्त में या थोड़े पैसे खर्च करके, इसके लिए या तो लॉटरी, शेयर बाज़ार या फिर कमोडिटी मार्केट का सहारा लेता है। कुछ लोग इंश्योरैंस सैक्टर या प्रापर्टी में निवेश करके भी अतिरिक्त धन अर्जित करते हैं लेकिन इन क्षेत्रों में सालों के लंबे इंतज़ार के बाद लाभ प्राप्त होता है। आज के इस तेज़ रफ्तार समय में किसी सेभी ज्य़ादा इंतज़ार नहीं होता हर किसी को अपने धन के निवेश का परिणाम तुरंत चाहिए। ऐसे लोगों के लिए एक ही विकल्प बचता है और वह है इंट्राडे ट्रेडिंग जोकि शेयर बाज़ार या फिर कमोडिटी मार्केट में ही की जाती है। शेयर बाज़ार के बारे में लगभग हर कोई जानता है या उसने सुन रखा होगा। इसी प्रकार कमोडिटी बाज़ार है जिसमें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काम होता है या यूं भी कह सकते हैं कि इसमें शामिल धातुओं, कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस व खाद्य पदार्थों की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार पर आधारित होती है और उनकी कीमत पर अंतर्राष्ट्रीय घटनाओं का असर होता है। इनको खरीदने व बेचने से अतिरिक्त आय अर्जित होती है।
शेयर बाज़ार में काम करना जिस प्रकार कानूनी रूप से मान्य है उसी प्रकार कमोडिटी बाज़ार में काम करना भी कानूनी रूप से मान्य है। इस में काम करने के लिए इस बात का खास तौर पर ध्यान रखना चाहिए कि जिस ब्रोकर के साथ काम किया जा रहा है क्या वह सेबी से मान्यता प्राप्त है या नहीं। कमोडिटी में काम करना आसान भी है और अतिरिक्त आमदन का आसान ज़रिया भी है। कमोडिटी में काम करने के लिए एक निश्चित राशि का अकाऊंट खोला जाता है और उसके बाद ब्रोकर जिसके साथ आपने अकाऊंट या खाता खोला है वह आपको काम करने के लिए एक टर्मिनल उपलब्ध करवाता है जहां कमोडिटी में शामिल चीजों के ऑनलाइन भाव दिखाई देते हैं और खाता धारक उन्हें देख कर खरीद व बेच सकता है। इस प्रकार वह घर बैठे अपनी मर्जी से काम करके जितना चाहे धन कमा सकता है। उसे इस कमाई पर सरकार द्वारा निर्धारित कर (टैक्स) अदा करना होता है। (अधिक जानकारी व खाता खोलने के लिए 9872073330 पर व्हाट्सअप करें) प्रस्तुति विनसैंट फ्रैंक्लिन