Opposition leader Khaira using national emblem and national flag on his vehicle for which he is not entitled: Channi
इंडिया न्यूज सेंटर,चंडीगढ़: पंजाब के तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री और सीनियर कांग्रेसी नेता चरनजीत सिंह चन्नी द्वारा विरोधी पक्ष के नेता और आम आदमी पार्टी के नेता सुखपाल सिंह खैहरा की तरफ से उनके वाहन पर राष्ट्रीय झंडे और चिह्न का दुरुप्रयोग करने के गंभीर दोष लगाए हैं जिनके वह हकदार नहीं हैं। यहां जारी एक प्रैस रिलीज में चन्नी ने कहा कि राष्ट्रीय चिह्न और राष्ट्रीय झंडे को वाहनों पर इस्तेमाल करने के लिए विशेष हिदायतें हैं परंतु विरोधी पक्ष के नेता खैहरा इन हिदायतों का उल्लंघन कर रहे हैं और वह राष्ट्रीय झंडे और चिह्न का प्रयोग करने के हकदार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि खैहरा मंत्री नहीं हैं, जब कि वह विरोधी पक्ष के नेता होकर मंत्री के समान सुविधाओंं का इस्तेमाल कर रहे हैं। वह फ्लैग कोड ऑफ इंडिया और दा एम्बलमज़ और नेमज़ (प्रीवेन्शन ऑफ इंमपरौपर यूज) एक्ट, 1950 और इसके अधीन दर्ज नियमों के अनुसार राष्ट्रीय झंडा और राष्ट्रीय चिह्न का प्रयोग करने के हकदार नहीं हैं। चन्नी ने दोष लगाया कि खैहरा एक तरफ़ तो वी.आई.पी. सभ्याचार के नाम पर हमेशा किसी न किसी तरह का ड्रामा करते रहते हैं, जब कि दूसरे तरफ़ वह वी.आई.पी. सभ्याचार की सभी सुविधाओंं का आनंद मान रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुखपाल खैहरा के पिता पुलिस अफ़सर थे और उनका पालन -पोषण वी.आई.पी. सभ्याचार में हुआ है, जिस कारण वह वी.आई.पी. सभ्याचार से बिना नहीं रह सकते। उन्होंने कहा कि खैहरा एक ड्रामेबाज़ नेता हैं जो तरह-तरह के हथकंडे अपना कर लोगों को बेवकूफ़ बनाने की कोशिश करते रहते हैं और अपनी रोजाना की जि़ंदगी में वी.आई.पी. सभ्याचार का पूरा आनंद भी मानते हैं।उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रीय चिह्न और झंडे का प्रयोग करने के नियमोंं अनुसार सुखपाल खैहरा पर जुर्माना और उनके खि़लाफ़ कार्यवाही होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह स्पीकर पंजाब विधान सभा को इस संबंधी शिकायत करने जा रहे हैं कि सुखपाल खैहरा के खि़लाफ़ नियमों का उल्लंघन करने के लिए कार्यवाही की जाये। उन्होंने कहा कि मीडिया में तो वह अपने आप को लोक समर्थकी दिखाते हैं जब कि वास्तव में वह सत्ता के भूखे हैं और किसी भी तरह वी.आई.पी. सभ्याचार को अधिक से अधिक भोगने में कोई कसर नहीं छोड़ते, जिसके लिए खैहरा के खि़लाफ़ यह कहावत पूरी तरह जाती है कि ‘हाथी के दांत खाने के और दिखाने के और। उन्होंने लोगों से अपील भी की कि वह दोहरे मापदंड वाले नेताओं की इन गतिविधियों से पूरी तरह सचेत रहें।