Environment Minister orders water testing of all industrial units
· Surprise inspections to continue
पर्यावरण मंत्री द्वारा औचक निरीक्षण जारी रखने के निर्देश
इंडिया न्यूज सेंटर,चंडीगढ़: पर्यावरण मंत्री पंजाब श्री ओम प्रकाश सोनी ने आज पर्यावरण विभाग के अधिकारियों को हिदायत जारी की कि वे राज्य की सभी औद्योगिक इकाईयों के पानी की जांच करेें। इसके अलावा उन्होंने औद्योगिक यूनिट की चैकिंग की ओर विशेष ध्यान दिये जाने को कहा जिनमें जल उपचार सयंत्र नहीं लगाए गए हैं और राज्य के जल स्रोतों को दूषित करने के साथ साथ पर्यावरण को नुक्सान पहुँचा रहे हैं। उन्होंने पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के लिए टेस्टिंग का काम करने वाली लैबोटरियों को भी निर्देश दिए कि विभाग के अधिकारियों द्वारा एकत्रित किए गए सैपलों की जांच करते समय और रिपोर्ट तैयार करते समय नियमों के पालन को यकीनी बनाएं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की तरफ से उनको पंजाब के पर्यावरण में परिणाम उन्मुख परिवर्तन लाने की जि़म्मेदारी सौंपी गई है जिस कारण उनको पर्यावरण को दूषित करने वालों के विरुद्ध कुछ कदम उठाने पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि वह पहले तो बातचीत के द्वारा औद्योगिक इकाईयों के मालिकों को ट्रीटमेंट प्लांट लगाने के लिए कहेंगे परंतु जो औद्योगिक ईकाई फिर भी ट्रीटमेंट प्लांट नहीं लगाएगी उसके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। सोनी ने कहा कि खासा डिस्टलरी से लिए गए गंदे पानी के सैपलों को पंजाब बायोटैक्नोलॉजी इन्नक्यूबेटर मोहाली में भेजा गया है और इसकी रिपोर्ट अगले सप्ताह तक आ जायेगी। उन्होंने कहा कि औद्योगिक इकाई के हिसाब से लिए गए पानी के कई प्रकार के टैस्ट किये जाते हैं जिनमें बायोकैमिकल आक्सीजन डिमांड, केमिकल आक्सीजन डिमांड, टोटल सस्पेंडिड सोलिड्स, पी.एच. लैवल आदि शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि खासा फैक्ट्री संबंधी अगली कार्यवाही रिपोर्ट और टिप्पणियाँ प्राप्त होने के बाद की जायेगी। सोनी ने कहा कि उनके विभाग की टीमों द्वारा औचक निरीक्षपण का कार्य जारी रहेगा परंतु किसी भी उद्योग के खि़लाफ़ बुरी नीयत से कार्यवाही नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को निर्देश दिए गए हैं कि वह स्वच्छ पर्यावरण के लिए एक प्रणाली स्थापित करे।