शंघाई: चीन ने अमेरिका को धमकी दी है कि अगर वन चाइना पॉलिसी को खत्म किया जाएगा तो वह बदला लेगा। बता दें कि ताइवान की राष्ट्रपति के अमेरिका जाने और ह्यूसटन में उनके रुकने से चीन बौखलाया हुआ है। चीन के एक सरकारी अखबार के संपादकीय में अमेरिका को हिदायत दी गई है कि वह ताइवान की राष्ट्रपति साय इंग वन को अमेरिका में न घुसने दे और वन चाइना पॉलिसी को लेकर कोई बैठक न हो। ताइवान की राष्ट्रपति ने रविवार को अमेरिका के वरिष्ठ रिपब्लिकन नेता से मुलाकात की। साय इंग वन मध्य अमेरिका की यात्रा पर थीं लेकिन अचानक उनका ह्यूसटन में रुकना चीन को रास नहीं आया। असल में टेक्सस के गवर्नर ग्रेग अबॉट ने एक फोटो ट्वीट की जिसमें वह और साय दिख रहे हैं। दोनों के आसपास अमेरिका, टेक्सस और ताइवानी झंडे भी दिखे। साय ने टेक्सस के सेनेटर टेड क्रूज से भी मुलाकात की। संपादकीय में लिखा, वन चाइना पॉलिसी पर अटल रहने के लिए चीन ने अमेरिकी राष्ट्रपतियों से निवेदन नहीं किया है, बल्कि यह अमेरिकी राष्ट्रपतियों का कर्तव्य है कि वे चीन-अमेरिकी रिश्तों को बनाए रखें और एशिया प्रशांत की मौजूदा व्यवस्था का सम्मान करें। संपादकीय में लिखा है, अगर ट्रंप राष्ट्रपति पद संभालने के बाद वन चाइना पॉलिसी को खत्म करेंगे तो चीन के नागरिक सरकार से इसका बदला लेने की मांग करेंगे। सौदेबाजी की कोई गुंजाइश नहीं है। बता दें कि ट्रंप ने कहा था कि वह 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद संभालने से पहले किसी भी विदेशी नेता से मुलाकात नहीं करेंगे लेकिन उन्होंने 20 जनवरी के बाद साय से मिलने की संभावना भी व्यक्त कर दी थी। वहीं टेड क्रूज ने बताया कि कांग्रेस के कई सदस्यों को चीनी दूतावास की ओर से चि_ी मिली है। इसमें साय के अमेरिका में रुकने के दौरान उनसे न मिलने के लिए कहा गया है।