इंडिया न्यूज सेंटर, जालंधर: जनरल इंश्योरेंस इंप्लायज यूनियन, चंडीगढ़ क्षेत्र की तरफ से जालंधर में दो दिवसीय कांफ्रेंस करवाई जा रही है। ये कांफ्रेंस 23 और 24 सितंबर को देशभगत यादगार हाल में होगी। इस बारे में जानकारी देते हुए स्टैंडिंग कमेटी के सेक्रेटरी केवीवीएस एन राजू ने बताया कि हमारी मांग है कि चार कंपनियों नेशनल, न्यू इंडिया, ओरिएंटल और यूनाइटेड इंडिया का विलय किया जाए। उन्होंने बताया कि जनरल इंश्योरेंस के क्षेत्र में एफडीआई को 26 से 49 प्रतिशत करने से लोगों को कोई फायदा नहीं होगा। विदेश से आने वाली निजी कंपनियां कस्टमर्स को फायदा कम देंगी जबकि सार्वजनिक क्षेत्र से जुड़ी कंपनियां कस्टमर्स का तो ध्यान रखती ही हैं वहीं समाज कल्याण के प्रति अपना फर्ज निभाती हैं। उन्होंने बताया कि पब्लिक सेक्टर से जुड़ी जनरल इंश्योरेंस कंपनियां को पंजाब में 390 कार्यालय हैं जबकि निजी कंपनियों के सिर्फ 75 दफ्तर हैं। इसी तरह हरियाणा में हमारे 235 व निजी कंपनियों के 68, हिमाचल प्रदेश में हमारे 83 व निजी कंपनियों के दफ्तर हैं। राजू ने कहा कि हम नई पेंशन स्कीम का भी विरोध करते हैं। साथ ही हमारी मांग है कि जनरल इंश्योरेंस कंपनियों में चतुर्थ श्रेणी कर्मियों की भर्ती की जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि किसी डीलर का कस्टमर्स को एक ही कंपनी से इंश्योरेंस के लिए बाध्य करना भी गलत है। ये तो सीधे रूप से ब्लैकमेलिंग है। इस अवसर पर जालंधर प्रधान नरेश कुमार, अजय मल्होत्रा, जनरल सेक्रेटरी जेपी शर्मा, कामरेड अनिल चोपड़ा उपस्थित थे।