इंडिया न्यूज सेंटर, जालंधर: पंजाब यूथ क्लब आर्गनाइजेशन ने गुरुवार को इंटरनेशनल ढोल किंग गुरचरण मल्ल को सम्मानित किया। इस दौरान आर्गनाइजेशन के सदस्यों ने बताया कि बंगा के निकटवर्ती गांव हकीमपुर में पैदा हुए गुरचरण की प्राथमिक पढ़ाई इंग्लैंड में ही हुई। उच्च शिक्षा प्राप्त के बाद बतौर मैकेनिकल इंजीनियर नौकरी भी की। संगीत के शौक ने संगीत की दुनिया में ही नाम बनवा दिया। इस अवसर पर गुरशरण मल्ल ने बताया कि पहले उन्होंने नादान संगीत ग्रुप बनाया और फिर 1९83 में अपना संगीत ग्रुप बनाया। ढोल के माध्यम से उन्होंने पंजाब की संस्कृति को प्रफुल्लित करने का रिकार्ड भी गुरशरण मल्ल के नाम पर है। एक ही स्थान पर सबसे ज्यादा ढोलियों की तरफ एकत्रित होकर ढोल बजाने के तीन विश्व रिकार्ड भी गुरशरण की जिंदगी की उपलब्धियां हैं। सम्मान समारोह में अश्वनी शर्मा टीटू, मनप्रीत सिंह मनु, हरदीप सिंह हैरी, परमिंदर सिंह, हरजीत सिंह सोनू, कुलदीप सिंह, मीनू सिंह, दीपाली बागडिय़ा, जसविंदर सिंह आजाद, नरिंदर सिंह लक्की उपस्थित थे।