इंडिया न्यूज सेंटर, नई दिल्ली: जस्टिस जेएस खेहर बुधवार को चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया बन गए। राष्ट्रपति भवन में उन्होंने प्रणव मुखर्जी की मौजूदगी में पद की शपथ ली। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे। एक सख्त जज के तौर पर जाने जाने वाले देश के पहले सिख चीफ जस्टिस खेहर करीब 7 महीने तक इस पद पर रहेंगे। वह देश के 44वें चीफ जस्टिस हैं। खेहर उस समय देश के चीफ जस्टिस बन रहे हैं जब कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच जजों की नियुक्ति को लेकर टकराव की चल रहा है। 64 साल के जस्टिस जेएस खेहर का पूरा नाम जगदीश सिंह खेहर है और लोग इन्हें इनके सख्त मिजाज की वजह से भी जानते हैं। उनका जन्म पंजाब में हुआ और पंजाब यूनिवर्सिटी से पढ़ाई पूरी की। साल 2011 सितंबर से सुप्रीम कोर्ट के जज बनने वाले खेहर सख्त कानूनी प्रशासक हैं और कोर्ट के समय की बर्बादी को बिल्कुल पसंद नहीं करते। खेहर वकीलों पर भी सख्ती दिखाते हैं। पूरी तैयारी के साथ कोर्ट में न आने पर वकीलों को कई बार डांट सुनने को मिलती है। एक बार सुनवाई के दौरान खेहर कोर्ट रूम से बाहर निकल गए, क्योंकि वकील ने अपने कागजात सही तरीके से पेश नहीं किए थे। दरअसल, खेहर चाहते हैं कि वकील होमवर्क पूरा करके ही कोर्ट आएं।