Priyanka Gandhi's sit-in over Jamia controversy, said- the government attacked the soul of the country
नेशनल डेस्कः कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों के समर्थन में सोमवार को इंडिया गेट पर धरने पर बैठीं। उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह लोकतंत्र है, तानाशाही नहीं है और छात्र इस लोकतंत्र के मूल हैं। दो घंटे तक सांकेतिक धरने पर बैठीं प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, 'देश गुंडों की जागीर नहीं है। नौजवान देश की आत्मा है। देश में लोकतंत्र है तानाशाही नहीं है। हम लोकतंत्र के खिलाफ लड़ेंगे। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा, केंद्र सरकार ने संविधान को नष्ट कर दिया है। यह देश की आत्मा पर हमला है, युवा देश की आत्मा है। विरोध उनका अधिकार है। प्रियंका ने कहा, 'मैं भी मां हूं। आप लाइब्रेरी में घुसते हैं, उन्हें बाहर निकालकर पीटते हैं। यह अत्याचार है। प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला किया। उन्होंने पूछा, 'महिलाओं पर हमले, अर्थव्यवस्था, बेरोजगारी और छात्रों के साथ की गई पिटाई जैसे मुद्दों पर पीएम मोदी चुप क्यों हैं?' उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून भारत के संविधान के खिलाफ है। यह हमारे संविधान को नष्ट कर देगा। प्रियंका के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, केसी वेणुगोपाल, एके एंटनी, पीएल पुनिया, अहमद पटेल और अन्य नेता धरने पर बैठे। इससे पहले प्रियंका गांधी ने सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा था कि सरकार ने संविधान और छात्रों पर हमला किया है। उन्होंने (पुलिस) ने विश्वविद्यालय में प्रवेश कर छात्रों पर हमला किया। हम संविधान के लिए लड़ेंगे, हम इस सरकार के खिलाफ लड़ेंगे। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इस संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा, यह सरकार देश के युवाओं और छात्रों के अधिकारों पर हमला कर रही है। इस वजह से प्रियंका गांधी वाड्रा अन्य कांग्रेस नेताओं के साथ इंडिया गेट पर शाम चार बजे से दो घंटे के लिए सांकेतिक धरने पर बैठेंगी।'