इंडिया न्यूज सेंटर, नई दिल्ली।
माल एवं सेवाकर (जीएसटी) प्रणाली के तहत फर्नीचर पर 28 प्रतिशत की दर से कर लगाए जाने के विरोध में दिल्ली में फर्नीचर विनिर्माताओं ने आज से अपनी दुकानें तीन दिन के लिए बंद रखने का एलान किया। विरोध प्रदर्शन का आयोजन कर रही दिल्ली फर्नीचर फेडरेशन ने कहा कि यह सरकार की आेर से की गई सरासर नाइंसाफी है। सरकार ने अस्पताल, कार्यालय, स्कूल और घरों में आम लोगों द्वारा इस्तेमाल में लाए जाने वाले फर्नीचर पर 28 प्रतिशत कर लगाया है जबकि हीरा जैसी विलासिता की वस्तुओं पर केवल तीन प्रतिशत कर लगाया गया है।
फेडरेशेन के अध्यक्ष रतिंदर पाल सिंह भाटिया ने यहां पत्रकारों से कहा कि हमने सरकार से फर्नीचर पर प्रस्तावित उंची दर में संशोधन करने का आग्रह किया लेकिन उन्होंने एेसा करने से इनकार कर दिया और कहा कि आप पहले कर की चोरी करते रहे हैं और जीएसटी के बाद भी करते रहोगे। मौजूदा समय में फर्नीचर पर 12 प्रतिशत कर लगता है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने फर्नीचर आयात पर आयात शुल्क घटाकर इसे सस्ता करके घरेलु फर्नीचर विनिर्माताओं की परेशानी और बढ़ा दी है