इंडिया न्यूज सेंटर, जालंधर: चार अक्टूबर को जेहलम एक्सप्रेस के दस डिब्बे डिरेल होने के मामले में निलंबन की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इस मामले में एक अधिकारी और दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। जिनको निलंबित किया गया है उनमें मंडल अधीक्षण अभियंता वन एसपी बत्रा, सीनियर सेक्शन इंजीनियर विवेक कुमार और इंजीनियर मनीष कुमार शामिल हैं। इन तीनों में दो लुधियाना व एक जालंधर में तैनात हैं। बताया जाता है कि हादसे से पांच दिन पहले ही ट्रैक का अल्ट्रासॉनिक टेस्ट हुआ था। प्रथम दृष्टया अगर हादसे का कारण रेल ट्रैक का टूटना है तो सवाल ये उठता है कि कैसे जेहलम एक्सप्रेस के 14 डिब्बे ठीकठाक तरीके से गुजर गए। बताते हैं कि जेहलम एक्सप्रेस से पहले इसी ट्रैक से मालगाड़ी भी गुजरी थी। विशेषज्ञों का तो यहां तक कहना है कि क्या कहीं कोच जाम तो नहीं हो गया था क्योंकि हादसे के दौरान हाईवोल्टेज वायर तक को नुकसान पहुंचा था, इसलिए यह भी जांच का विषय है। जांच के दौरान सभी पहलुओं पर गौर करना जरूरी है क्योंकि अगर ट्रेन सतलुज में गिर जाती तो हादसा भयंकर हो जाता। गौर हो कि इस हादसे में तीन लोग घायल हो गए थे।