इंडिया न्यूज सेंटर, लखनऊः लखनऊ के ठाकुर गंज में छिपे आतंकी को मारने के लिए 12 घंटे तक चला एनकाउंटर खत्म हो गया। जवानों ने आपरेशन के दौरान उसे मार गिराया। मिली जानकारी के मुताबिक, उस शख्स का नाम सैफुल्ला था। वह शख्स आतंकी संगठन आईएसआईएस (ISIS) से जुड़ा हुआ था। इस वजह से इस हमले को देश में आईएस का पहला हमला कहा जा रहा है। ऑपरेशन रात को तकरीबन तीन बजे खत्म हुआ था। ऑपरेशन के बीच में ATS और पुलिस को लगा कि घर में एक नहीं बल्कि दो आतंकी हैं। लेकिन ऑपरेशन खत्म होने पर एक ही बॉडी बरामद हुई. सैफुल्ला कानपुर का ही रहने वाला था। उसने सुरक्षा बल के जवानों पर गोलियां चलाई थीं। इसके बाद आस-पास के इलाके को खाली करवा लिया गया। सैफुल को जिंदा गिरफ्तार करने के प्रयास में जुटे एटीएस के अफसरों ने बड़ी मुश्किल से उससे संपर्क किया और सरेंडर करने को कहा। इस पर वह कमरे से ही चिल्लाया कि मर जाएंगे पर समर्पण नहीं करेंगे। यह कह कर उसे कई राउण्ड और फायरिंग झोंक दी।
क्या-क्या मिला ?
पुलिस को उसके पास से पिस्टल, रिवॉल्वर, चाकू आदि सामान मिला. उस शख्स के पास से आतंकी संगठन आईएसआईएस का झंडा भी मिला है। उसके पास 2000 रुपए के कुछ नए नोट भी थे। इसके अलावा उसके पास से टाइम टेबल लिखे हुए दो कागज भी बरामद हुए हैं। उसमें लिखा है कि वह किस टाइम पर क्या किया करता था। उसके पास से बम बनाने का सामान भी बरामद किया गया है।
मध्यप्रदेश ट्रेन हादसे से जुड़े तार:
मारे गए आतंकी के तार मध्यप्रदेश में ट्रेन में हुए ब्लास्ट से जुड़े थे। उस ब्लास्ट में 10 लोग जख्मी हो गए थे जिसमें से तीन गंभीर रूप से घायल हुए थे। मध्यप्रदेश की पुलिस ने बताया था कि ब्लास्ट के कुछ घंटों के ही अंदर तीन लोगों को पकड़ लिया गया था। तीनों को होशंगाबाद के पीपरिया से पकड़ा गया था। इसके अलावा इटावा से एक और कानपुर से दो लोगों को पक