इंडिया न्यूज सेंटर, नई दिल्ली: हमारे गले में मौजूद तितली के आकार जैसी एक ग्लैंड है जो थाइरॉक्सिन हॉर्मोन बनाती है, उसे थायराइड कहा जाता है। यह हार्मोन बॉडी में एनर्जी लेवल, हार्ट रेट, ब्लड प्रेशर, मूड और मेटाबॉलिज्म को मेंटेन रखता है। इसकी गड़बड़ी से सेहत से आमतौर पर वजन घटनेे या बढऩे की समस्या हो सकती है। आज हम आपको कुछ ऐसी डाइट के बारे में बता रहे हैं जो थायराइड की कम और ज्यादा वजन दोनों तरह की समस्याओं में आपकी मदद कर सकते हैं। सूखे मेवों में सेलेनियम होता है जो थायराइड से होने वाले हार्ट अटैक के खतरे को कम करता है। मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है। इससे थायराइड ग्लैड सामान्य रहती है। थाइरॉइड में कैल्शियम बहुत जरूरी होता है इसलिए दूध पीना आवश्यक है। ध्यान रखें कि बहुत ज्यादा दूध ना पीएं। चेरी में कैलोरी बहुत कम होती है। यह हार्ट अटैक के खतरे को कम करती है। बीन्स में प्रोटीन और मिनरल्स होते हैं जिससे थायराइड में होने वाले साइड इफैक्ट जैसे कब्ज से बचा कर रखती है। शिमला मिर्च हार्ट अटैक के खतरे को टालती है। इस तरह के खाने में फाइबर ज्यादा होता है। जो खाने में बहुत फायदेमंद होता है। ब्रोकली थायराइड की ग्रंथी में नमक ऑब्जॉर्ब होने से रोकती है जिससे थायराइड नॉर्मल रहता है। अंडे और मशरूम में विटामिन डी की भरपूर मात्रा होती है और विटामिन डी इसके लिए बहुत जरूरी है। इसमें पाचन प्रक्रिया खराब हो जाती है। गोभी में पाया जाने वाला अमीनो एसिड्स पाचन प्रक्रिया में मदद करता है। कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए दही और पनीर जरूर खाएं। थायराइड में बॉडी इंमबैलेंस हो जाती है जिसमें हरी,लाल सब्जियां खानी चाहिए।