` डा. महिंदर सिंह रंधावा द्वारा देखे सपनों को पूरा करने हेतु राज्य में लाएंगे सांस्कृतिक पुर्नर जागृति लहर- सिद्धू

डा. महिंदर सिंह रंधावा द्वारा देखे सपनों को पूरा करने हेतु राज्य में लाएंगे सांस्कृतिक पुर्नर जागृति लहर- सिद्धू

WOULD USHER IN AN ERA OF CULTURAL RENAISSANCE TO FULFILL GOALS ENVISIONED BY DR. M.S. RANDHAWA: NAVJOT SINGH SIDHU share via Whatsapp

WOULD USHER IN AN ERA OF CULTURAL RENAISSANCE TO FULFILL GOALS ENVISIONED BY DR. M.S. RANDHAWA: NAVJOT SINGH SIDHU

CULTURAL AFFAIRS MINISTER INAUGURATES DR. M.S. RANDHAWA MEMORIAL ART & LITERARY FESTIVAL AT PUNJAB KALA BAHWAN
DR. RANDHAWA A SHINING BEACON FOR PUNJABIAT: DR. SURJIT PATAR

GULZAR SINGH SANDHU BRINGS TO FOCUS VARIOUS ASPECTS OF DR. RANDHAWA'S LIFE

JATINDER KAUR, WARYAM SANDHU & JOGINDER SINGH KAIRON HONOURED WITH 'PUNJAB GAURAV PURASKAR'



सांस्कृतिक मामलों संबंधी मंत्री सिद्धू द्वारा कला भवन में सात दिवसीय डा.एम.एस.रंधावा साहित्य व कला उत्सव का आरंभ

रंधावा समूची पंजाबीयत के पथ को अपनी सवर्णिम आभा से आलोकित करने वाले अज़ीम शख्स: सुरजीत पातर

गुलज़ार सिंह संधू ने रंधावा के जीवन के अहम पहलूओं पर डाला प्रकाश

वरियाम संधू, जतिंदर कौर तथा जोगिन्द्र सिंह कैरों ‘पंजाब का गौरव’ पुरुस्कार से सम्मानित

इंडिया न्यूज सेंटर,चंडीगढ़:
पंजाब के सांस्कृतिक मामलों और पर्यटन मंत्री स. नवजोत सिंह सिद्धू ने आज सात दिवसीय डा. एम.एस. रंधावा कला व साहित्य उत्सव का आरंभ करते हुए कहा कि महिंदर सिंह रंधावा द्वारा देखे गये सपनों को पूरा करने के लिए सांस्कृतिक पुर्नर जागृति लहर पैदा की जायेगी। स. सिद्धू ने राज्य के लोगों को न्योता दिया कि कला परिषद् के बैनर तले डा.सुरजीत पातर के नेतृत्व में ‘कल्चर पार्लियामेंट’ बनाकर अश्लील तथा लचर गायकी के विरुद्ध लामबंद हुआ जाये। आज यहां सैक्टर-16 में स्थित कला भवन के प्रांगण में स. सिद्धू ने शमा रौशन करके डा. एम.एस. रंधावा कला व साहित्य उत्सव शुरू करने से पहले शोभा सिंह आर्ट गैलरी में डा. रंधावा के जीवन से जुड़ी घटनाओं पर आधारित लगाई तस्वीरों की प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया। स. सिद्धू ने संबोधन करते हुए डा.रंधावा को सच्चा कर्मयोगी और बहुपक्षीय वयक्तित्व का मालिक बताते हुए कहा कि हमारे लिए यह गर्व की बात है कि हमें विरासत में ऐसे मनुष्य की सोच और मार्गदर्शन मिला है। उन्होंने कहा कि आज के समय में पंजाब को रंधावा जैसी सोच की ज़रूरत है जो हमें प्रेरणा देती है। उन्होंने कहा कि कला परिषद् की गतिविधियों को गांवों तक लेजाने और कल्चर पार्लियामेंट स्थापित करने के लक्ष्य को डा.पातर के नेतृत्व में पूरा किया जायेगा। उन्होंने पंजाब कला परिषद् को इस बात पर बधाई दी कि उनके द्वारा डा.रंधावा काजन्मदिन बहुत ही बढिय़ाढंग से मनाकर उनकी सोच को आगे लेजाया जा रहा है। इस अवसर पर संबोधन करते हुए पंजाब कला परिषद् के चेयरमैन डा.सुरजीत पातर ने कहा कि डा.रंधावा समूची पंजाबीयत के पथ को अपनी सवर्णिम आभा से आलोकित करने वाले अज़ीम शख्स है और उनका आज भी इस क्षेत्र के कण-कण में वास है। उन्होंने कहा कि फसलों, वृक्षों, फूलों, म्यूजिय़मों और कलाकारों में डा.रंधावा के दर्शन होते हैं। इस अवसर पर विशेष तौर पर बुलाए प्रसिद्ध साहित्यकार और सीनियर पत्रकार गुलजार सिंह संधू ने डा.रंधावा के निजी जीवन और प्रशासकीय कार्यकुशलता से जुड़ी कई घटनाएं सुनाई जिसकी श्रोताओं ने बहुत दाद दी। गुलजार सिंह संधू ने कहा कि जहां डा.रंधावा साहित्य और कला प्रेमी थे वहीं बहुत ही योग्य प्रशासक और जवाब हाजि़र थे। उन्होंने अपने मखौलिए अंदाज़ में बातें सुनाते हुए खूब समा बांधा। इस अवसर पर कला परिषद् द्वारा प्रसिद्ध कहानीकार वरयाम सिंह संधू और रंगमंच की प्रसिद्ध अदाकारा जतिंदर कौर को ‘पंजाब का गौरव’ पुरुस्कार और लोकधारा से जुड़े कहानीकार जोगिंदर सिंह कैरों को ‘जीवन काल की प्राप्तियां’ पुरुस्कार से सम्मानित किया जिसमें 1-1 लाख रुपये का नकद इनाम भी दिया गया। इस अवसर पर गुलज़ार सिंह संधू, डा.रंधावा के पोते सतींदर रंधावा, लोक गायिका सुक्खी बराड़ का भी सम्मान किया । पंजाब कला परिषद् के सचिव जनरल डा.लखविंदर सिंह जौहल ने बताया कि कला परिषद् द्वारा कला उत्सव के दौरान ही आगामी दिनों में बी.एन.गोस्वामी को भी ‘पंजाब का गौरव’ पुरुस्कार से सम्मानित किया जायेगा और प्रसिद्ध उपन्यासकार जसवंत सिंह कमल, कृष्ण खन्ना, सतीश गुजराल और हरभजन सिंह हुन्दल को उनके आवास पर जाकर ‘जीवन काल की प्राप्तियां’ पुरुस्कार से सम्मानित किया जायेगा। इस अवसर पर रामगढिय़ा कॉलेज लुधियाना की छात्राओं ने दो पंजाबी ग्रुप गीत ‘हमारी शान पंजाबी, हमारी पहचान पंजाबी, हमारी जिंद-जान पंजाबी, हमारी मान पंजाबी’ और ‘तू रानी पांच दरियाओं की, क्यों रहे गोली बन कर’ गाकर माहौल को संगीतभरा रंग दिया। इस अवसर पर कला परिषद् की उप-चेयरपर्सन डा.नीलम मान सिंह चौधरी, पंजाब साहित्य अकादमी की प्रधान डा.सरबजीत कौर सोहल, पंजाब ललित कला अकादमी के प्रधान दीवान मन्ना, पंजाब संगीत नाटक अकादमी के प्रधान केवल धालीवाल और सचिव प्रीतम रुपाल, लोक गायक पम्मी बाई, डा.सुरिंदर गिल, डा.दीपक शर्मा और डा.साहिब सिंह भी उपस्थित थे।

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