-अकाल तख्त ने 18 अप्रैल को पेश होने के दिए अादेश
इंडिया न्यूज सेंटर, अमृतसरः
विधानसभा चुनाव दौरान डेरा सिरसा से वोट मांगने गई राजनीतिक पार्टियों के सिख नेताअों को श्री अकाल तख्त ने नाराजगी जताई है। अकाल तख्त ने सभी नेताअों को 18 अप्रैल को जत्थेदारों के समक्ष पेश होने के लिए कहा है। यह फैसला मंगलवार को श्री अकाल तख्त साहिब पर एकत्र हुए सिंह सहिबानों की मीटिंग के दौरान लिया गया है। इस बैठक में फैसला लेते हुए कांग्रेस नेत्री राजेंद्र कौर भट्ठल, राजा वडिंग, अकाली नेता सिकंदर सिंह मलूका, जनमेजा सिंह सेखों तथा अाप नरेंद्र सिंह संघा शामिल हैं। खास बात यह है कि इस बैठक में अकाली दल के सुप्रीमो परकाश सिंह बादल तथा सुखबीर बादल के नाम को शामिल नहीं किया गया है।
गौरतलब है कि चुनाव दौरान डेरा सिरसा गए सिख नेताअों से नाराज सिंह सहिबानों ने इसे श्री अकाल तख्त के हुक्म का उल्लंघन मानते हुए जांच की रिपोर्ट हासिल करने के लिए कमेटी का गठन किया था। अाज इस रिपोर्ट पर विचार करने के बाद फैसला लिया गया है।4 फरवरी को हुई वोटिंग से पूर्व शिरोमणि अकाली दल ही नहीं बल्कि कई और प्रमुख पार्टियों के लोगों ने डेरा सिरसा से समर्थन मांगा था। अकाली दल का मामला चर्चा में आया तो इसे गंभीरता से लेते हुए अकाल तख्त के जत्थेदार ने एसजीपीसी को चिट्ठी लिख कर उन सभी सिख नेताअों की लिस्ट मांगी है, जिन्होंने समर्थन के लिए डेरे से संपर्क किया था।
जत्थेदार द्वारा लिखी गई चिट्ठी के मुताबिक एसजीपीसी इस मामले की पड़ताल के लिए सब कमेटी बनाए और जो-जो भी सिख नेता या नुमाइंदे डेरे गए उनकी रिपोर्ट जल्द से जल्द पेश की जाए ताकि उनके खिलाफ तख्त श्री से बनती कार्रवाई की जाए।