इंडिया न्यूज सेंटर,नई दिल्लीः देश में मंगलवार से पेट्रोल-डीजल खरीदने पर अधिक पैसा खर्च करना पड़ेगा। पेट्रोल-डीजल के दाम रोजाना बदलने के बाद इनकी कीमतों में कमी आ गई थी। लेकिन अब तेल मार्केटिंग कंपनियों ने डीलरों का कमीशन बढ़ा दिया है, जिसके चलते लोगों को ज्यादा पैसा खर्च करना पड़ेगा। पहले तेल मार्केटिंग कंपनियां इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और एचपी डीलरों को पेट्रोल पर प्रति लीटर 2.55 पैसे कमीशन देती थी। वहीं डीजल पर ये कमीशन 1.65 रुपये प्रति लीटर था। अब इसमें क्रमशः 1 रुपये और 72 पैसे की बढ़ोतरी की गई है। यह कमीशन पेट्रोल-डीजल की रिटेल सेल में जोड़ा जाता है और ग्राहकों से वसूला जाता है। आज से रोजाना कमीशन बढ़ने पर पेट्रोल पर 3.55 पैसे और डीजल पर 2.37 पैसे प्रति लीटर देने होंगे। डीलरों की लंबे समय से कमीशन बढ़ाने की मांग चली आ रही थी। पेट्रोल पंप डीलर 16 जून के बाद से अपना कमीशन बढ़ाने की मांग कर रहे थे। डीलर्स ने कहा था कि अगर उनका कमीशन नहीं बढ़ाया गया तो फिर वो हड़ताल पर चले जाएंगे। उस समय डीलरों का तर्क था की पूरी तैयारी के बगैर देश भर में पेट्रोल एवं डीजल के दाम हर रोज बदलने की प्रणाली लागू करने के विरोध में पेट्रोल पंप संचालकों ने आगामी पांच जुलाई को तेल मार्केटिंग कंपनियों से ईंधन की खरीद नहीं करने तथा 12 जुलाई को ईंधन न तो खरीदने और न ही बेचने का फैसला किया था। ऑल इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन (एआईपीडीए) के अध्यक्ष अजय बंसल के अनुसार 16 जून से हर रोज पेट्रोल-डीजल के दाम घट रहे हैं, इस वजह से छोटे डीलरों को 400 करोड़ रुपये का घाटा हो चुका है। उन्होंने सरकार से मांग की थी कि डीलरों का कमीशन का बचाव किया जाए। इसके साथ ही संगठन ने शत-प्रतिशत पंपों के ऑटोमेशन की मांग की है। पांच जुलाई को किसी भी पंप संचालक सरकारी तेल कंपनी के डिपो से पेट्रोल-डीजल नहीं खरीदा था। पंप में जितना ईंधन था, उसे बेच कर पंप बंद कर दिया था। इसके बाद 12 जुलाई को पेट्रोल पंप संचालक न तो ईंधन खरीदा और न ही बेचा था।