इंडिया न्यूज सेंटर, देहरादून। पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत से मुख्यमंत्री हरीश रावत का बदला लेने का सिलसिला जारी है। प्रदेश कांग्रेस ने हरक सिंह की पत्नी समेत दो नेत्रियों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। कांग्रेस पार्टी से बाहर होने वाली नेत्रियों में पहली हैं पौड़ी जिला पंचायत अध्यक्ष और हरक सिंह रावत की पत्नी दीप्ती रावत। दूसरी हैं रुद्रप्रयाग जिला पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी राणा। पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाते हुए दोनों को छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। इसके साथ ही कांग्रेस के दामन से जिला पंचायत के दो अध्यक्ष पद भी छिटक गए हैं। कांग्रेस से बगावत कर भाजपा का दामन थामने वाले पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत और मुख्यमंत्री हरीश रावत के बीच ठनी हुई है। हरक सिंह गाहे-बगाहे मुख्यमंत्री पर निशाना साधने से चूक नहीं रहे हैं। यही नहीं भाजपा की पर्दाफाश रैलियों में उनकी सक्रियता कांग्रेस को फूटी आंख सुहा नहीं रही है। कांग्रेस में हरक सिंह के चहेतों को पार्टी काफी पहले से ही निशाना बना रही है। पार्टी से बगावत करने वाले सभी पूर्व विधायकों के जिलों और विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस में उनके करीबियों पर गाज गिर चुकी है। खासतौर पर हरक के करीबियों पर प्रहार करने में कांग्रेस रहम के मूड में नहीं है। इस कड़ी में अब दो जिला पंचायत अध्यक्ष भी आ गई हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष के अहम ओहदे के कारण कांग्रेस उक्त दोनों नेत्रियों पर कार्यवाही से गुरेज कर रही थी। अब पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता के आधार पर भाजपा नेता हरक सिंह रावत की पत्नी दीप्ती रावत और रुद्रप्रयाग जिला पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी राणा को कांग्रेस से निकाला गया है।