इंडिया न्यूज सेंटर, सीतापुर। यूपी के सीतापुर में एक नव विवाहिता के 10 मिनट के नवजात बच्चे को फर्श पर पटक कर मार डालने की खबर आई है। आरोप है कि दो अक्टूबर को महिला की डिलिवरी होने के टाइम इतनी बदसलूकी हुई कि उसकी कमर की हड्डी तक टूट गई। इतना ही नहीं, महिला की डिलिवरी अस्पताल में न करा कर किसी गुप्त कमरे में दो बेंच पर जबरन लेटा कर कराई गई। पीडि़ता का आरोप है, जिस समय वो प्रसव के दर्द से परेशान थी, उस समय भी उसके साथ मारपीट की गई। पीडि़ता ने पति समेत ससुराल वालों पर दहेज मांगने का, जान से मारने की नियत से गर्भपात करने की कोशिश करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए ससुराल के सभी 8 लोगों के खिलाफ धारा 498ए, 315, 506, 3/4 के तहत केस दर्ज किया है। सीतापुर एसपी सौमित्र यादव का कहना है कि सभी आरोपियों की तलाश की जा रही है। जल्द गिरफ्तारी होगी। हरदोई जिले की रहने वाली एश्वर्या की शादी एक साल पहले 31 मई 2015 को अजीत से हुई थी। पीडि़त पक्ष का कहना है कि शादी में लाखों रुपए का दहेज, सोना, महंगे कपड़े, घडिय़ांं सभी चीजें दी गईं। शादी के दो महीने तक सब ठीक चला, लेकिन उसके बाद अजीत और उसके घरवाले ऐश्वर्या के साथ मारपीट करने लगे। वे पेट्रोल पंंप बनाने के लिए 10 लाख की डिमांड करने लगे। न लाने पर जान से मारने की नीयत से हमला भी किया। डर की वजह से वो चुपचाप अपने मायके चली आई। इसी बीच वो गर्भवती भी हो गई थी। पीडि़ता के घर वालों ने बताया कि करीब दो महीने मायके रहने के बाद एश्वर्या के ससुर उसको अपनी गारंटी पर ससुराल ले गए। उस समय एश्वर्या 4 महीने की गर्भवती थी। ससुराल वालों ने उसके साथ जानवरों जैसा सुलूक शुरू किया। उसके साथ मारपीट की जाने लगी। शोर मचाने पर एश्वर्या का मुंह बंद कर दिया जाता। इतना ही नहीं, अजीत उसका गला तक दबा देता था। उन्होंने बताया कि दरिंदगी का ये सिलसिला लगातार 5 महीने तक चला। ससुराल वाले उसकी डिलीवरी कराने अस्पताल की जगह एक गुप्त कमरे में ले गए। जहां दो बेंच पर उसको जबरन लेटाकर उसकी डिलिवरी कराई गई। इस कमरे में पहले से ही दो नर्स भी मौजूद थीं। घरवालों ने आरोप लगाया है कि डिलिवरी के समय भी उसकी ननद और सास ने उसको इतना मारा कि उसकी कमर की हड्डी टूट गई। ससुराल वाले मासूम के जन्म से खुश नहीं थे। ननद और सास ने मिलकर 10 मिनट के मासूम को पक्के फर्श पर पटक-पटकर मार डाला। इसके बाद, एश्वर्या बेहोश हो गई।