` दाज-दहेज कम करने के लिए विवाहों के खर्चे का सबूत रखने के लिए कानून में संशोधन होः पंजाबी कल्चरल कौंसिल की मांग

दाज-दहेज कम करने के लिए विवाहों के खर्चे का सबूत रखने के लिए कानून में संशोधन होः पंजाबी कल्चरल कौंसिल की मांग

In order to reduce the dowry, there should be amendment in the law to keep the proof of marriage expenses: Demand of Punjabi Cultural Council share via Whatsapp

In order to reduce the dowry, there should be amendment in the law to keep the proof of marriage expenses: Demand of Punjabi Cultural Council

अदालतों को भी तलाक और दहेज पीडि़तों के मुकदमे हल करने होगे सरल

चोरी बंद होने पर सरकार को वैट और आयकर के द्वारा इकटठा होगा राजस्व

लोगों को अतिरिक्त खर्च किए, आडंबर और बेवजह दिखावे से बचने की अपील

इंडिया न्यूज सेंटर,चंडीगढ़ः
समाज में अलग सामाजिक सुधारों को लागू कराने के लिए कार्यशील संस्था पंजाबी कल्चरल कौंसिल ने पंजाब सरकार से माँग की है कि विवाहों संबंधी मौजूदा कानून में संशोधन करके ऐसी प्रणाली तैयार की जाये जिससे सबंधित परिवारों की तरफ से मंगणी और विवाहों पर किये जा रहे खर्चों का पूरा रिकार्ड रखा सके। ऐसे सबूत होने से जहाँ आम लोग अनावश्यक दाज-दहेज का लेन-देन घटाने के लिए मजबूर होंगे वहीं विवाह के उपरांत मुकदमे और तलाक आदि के मुद्दे पर होते झगड़े निपटाने में भी सुविधा होगी। ऐसी पारदर्शिता सदका सरकार को वैट और आयकर के द्वारा राजस्व भी एकत्रित होगा। इस संबंधी मु यमंत्री को लिखी चिठी में मांग करते हुए पंजाबी कल्चरल कौंसिल के चेयरमैन हरजीत सिंह ग्रेवाल स्टेट अवार्डी, संयुक्त सचिव हरमन सिंह और वित्त सचिव बलजीत सिंह सैनी ने मांग की है कि समाज में अनावश्यक दाज -दहेज के लेन -देन को रोकने, दाज कानून के अंतर्गत दायर हो रही झूठी शिकायतें और फ़ाल्तू मुकदमे-बाज़ी घटाने की सख्त ज़रूरत है जिस कारण विवाहों की लाजि़मी रजिस्ट्रेशन के मौके दूल्हे -दुल्हन और दोनों परिवारों की तरफ से विवाहों पर हुए खर्च किए संबंधी जिला विवाह अधिकारियों को सबूत देने लाजि़मी बनाऐ जाए। कौंसिल ने मुख्यमंत्री को सलाह दी है कि राज्य सरकार इस संबंधी मौजूदा कानून में संशोधन करके आम लोगों को महंगे विवाह समागमों और अनावश्यक खर्चों से राहत देवे क्योंकि सामाजिक और पारिवारिक दबाव के कारण भेड़चाल साधारण परिवारों को भी दहेज देने पर महंगा विवाह करने के लिए मजबूर किया जाता है। ऐसे कानून सदका आम लोगों को महंगे विवाहों के लिए कर्जे उठाने से राहत मिलेगी और कर्जे के नीचे दबे साधारण लोगों की दशा सुधर जायेगी। उन्होंने दलील दी कि खर्चे के विवरण मौजूद होने के कारण अदालतों को भी तलाक और दहेज पीडि़तों के मुकदमे हल करने में मदद मिलेगी। कौंसिल के नेताओं ने सलाह दी है कि विवाह के खर्चे में यह व्यवस्था भी बनाई जाये कि दहेज के तौर पर यदि परिवार दाज देना चाहता हो तो दुल्हन के खातो में नगद रकम जमा की जा सकती है जिससे वह भविष्य में ज़रूरत पडऩे पर इन पैसों को इस्तेमाल कर सके।पंजाबी कल्चरल कौंसिल ने समूह लोगों को भी न्योता दिया कि विवाह और अन्य समागमों के मौके, ख़ासकर लडक़े के माता-पिता, अधिक खर्चे, आडंबर और फ़ाल्तू दिखावों से बचते हुए बढिय़ा और आसान जीवन जीने के लिए फ़ाल्तू वित्तीय बोझ न उठाएं और खोखली शोहरत की ख़ातिर विवाह या मंगणी के मौके दाज का लेन-देन बिल्कुल बंद करें। उन्होंने यह भी सुझाव दिया है कि विवाह, शगुन या अन्य ऐसे खुशी के मौकों के पर कम पकवान तैयार करवाए जाए जिससे व्यर्थ होने वाले खाने को बचाया जा सके। पंजाबी कल्चरल कौंसिल ने समूह बुद्धिमान पंजाबियों को न्योता दिया है कि वह इन सामाजिक तबदीलियों को अपनाने की पहल करें जोकि आज के समय की बहुत बड़ी ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि ख़ासकर समूह शैक्षिक संस्थाओं, गाँवों की पंचायतों, नगर कौंसिलों और महिला मंडल इन नई रीतियों के प्रति लोगों को जागरूक करें और गाँव स्तर पर यह समाज सुधारक तबदीलियाँ अपनाने के लिए बड़ा योगदान डालें।

In order to reduce the dowry, there should be amendment in the law to keep the proof of marriage expenses: Demand of Punjabi Cultural Council

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Source: INDIA NEWS CENTRE

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