इंडिया न्यूज सेंटर, जयपुर: दीपक प्रकाश का प्रतीक है। दीपक अपनी लौ की तरह हमें जिंदगी में ऊंचा उठने की प्रेरणा देता है। दिवाली पर दिये जलाते हैं, लेकिन यदि घी के दिये जलाएं जाएं तो बेहतर है। शास्त्रों में उल्लेखित है कि गाय के दूध से बना घी शुद्धता का प्रतीक है। इसलिए दिवाली के दिन घर के मुख्य द्वार पर दोनों तरफ दिये जलाएं। ऐसा करने पर घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होगा। दिवाली ही नहीं वैसे हर दिन तुलसी के पौधे के साथ जलता दीपक रखने चाहिए। ऐसा करने महालक्ष्मी और श्रीहरि प्रसन्न रहते हैं। तो वहीं पीपल के पेड़ के नजदीक दीपक जलाने से शनिदोषों और राहु-केतु दोष से मुक्ति मिलती है। ध्यान रखने वाली बात यह है कि दिवाली यानी कार्तिक अमावस्या के दिन छत पर दीपक रखने से नकारात्मक शक्तियों का प्रवेश घर में नहीं होता। हर अमावस्या की रात को घर की छत पर दीपक जलाने से आस-पास की नकारात्मक शक्तियों का अंत होता है। दीपक की लौ पूर्व दिशा की ओर रखने से आयु, दक्षिण की ओर रखने से हानि, पश्चिम की ओर से रखने से दुख, उत्तर की ओर रखने से धन, स्वास्थ्य और समृद्धि आती है। दीपक एक बार जलाकर बुझाना अनिष्ट को निमंत्रण देना होता है।