इंडिया न्यूज सेंटर, नई दिल्लीः केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आरोप लगाया कि अगस्टा वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाला एक गंभीर अपराध है जिसने देश को शर्मिंदा किया है। यदि मामले में लिप्त भारतीय वायु सेना के पूर्व अध्यक्ष एसपी त्यागी की जमानत रद नहीं की गई तो वे जांच को प्रभावित कर सकते है। सीबीआई ने हाईकोर्ट के समक्ष यह तर्क रखा। न्यायमूर्ति आईएस मेहता के समक्ष सीबीआई की और से पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने तर्क रखा कि त्यागी जमानत रद्द करने संबंधी याचिका पर सुनवाई में जानबूझ कर देरी कर रहे है। ऐसे में मामले की जल्द सुनवाई की जाए। उन्होंने कहा इस मामले की जांच कई देशों में चल रही है। इस मामले में काफी लोग लिप्त है और त्यागी जमानत पर है। उनकी जमानत रद्द की जानी चाहिए, वरना जांच ठीक ढंग से नहीं हो पाएगी। उन्होंने कहा जांच के लिए एक-एक दिन महत्वपूर्ण है, यह एक गंभीर अपराध है जिसने देश को शर्मिंदा किया है। यदि त्यागी की जमानत रद नहीं की गई तो वे जांच को प्रभावित कर सकते है। इसके अलावा मामले में लिप्त अन्य आरोपी भी सतर्क हो जाएगें। वहीं दूसरी तरफ त्यागी की और से पेश अधिवक्ता ने कहा सीबीआई ने दो दिन पहले ही अपना जवाब दाखिल किया है और दो दिन के अवकाश के कारण उनको अपना पक्ष रखने के लिए समय प्रदान किया जाए। अदालत ने उनके तर्क को स्वीकार करते हुए सुनवाई 18 जनवरी तय कर दी।