इंडिया न्यूज सेंटर, इलाहाबाद:
इलाहाबाद के जसरा ब्लाक के गांव कंजासा में हर व्यक्ति का जन्म एक जनवरी को हुआ है। यह सरकार की तरफ से अनिवार्य आधार कार्ड में भी दर्ज है। इसी आधार कार्ड के सहारे यहां के लोग अपने काम को अंजाम देने के लिए परिचय पत्र में रूप में प्रयोग करते हैं। इसके बाद तो आधार कार्ड में बड़े स्तर की गड़बड़ी सामने आ रही है।
इस गांव की आबादी भी करीब पांच हजार की है। लोगों का कहना है कि पहले तो सबको आधार कार्ड पाने के लिए कई दिनों तक इंतजार करना पड़ा। इसके बाद जब इनको कार्ड मिला तब भी यह लोग से इस गड़बड़ी का पता चला है तब से खुद को ठगा से महसूस कर रहे हैं। उनका कहना है ज्यादातर कामों के लिए अब आधार कार्ड जरूर हो गया है। इसमें तारीख गलत दर्ज होने से बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
स्कूलों में छात्रों के आधार कार्ड नंबर रजिस्ट्रेशन से हुआ खुलासा
इस गड़बड़ी का पता उस समय पता चला जब सरकारी स्कूलों के अध्यापक छात्रों के आधार कार्ड नंबर रजिस्ट्रेशन के लिए गए थे। उत्तर प्रदेश सरकार ने सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले छात्रों के बारे में सहीं जानकारी के लिए आधार कार्ड नंबर का रजिस्ट्रेशन करवा रही है। स्कूल की शिक्षिका ने जब मामला पकड़ा तो उनको लगा कि संयोग वश 10-12 मामलों में ऐसा हो सकता है, लेकिन जब सभी में जन्म तिथि एक जनवरी मिली तो मामले को उच्च स्तर पर लाया गया। इतना ही नहीं इसमें जो जन्म तिथि तथा वर्ष अंकित है, उससे बच्चे काफी बड़ी उम्र के लगते हैं।