इंडिया न्यूज सेंटर, नई दिल्ली: आज रात 8.41 बजे शनि पुष्य योग शुरू होगा, जो 23 अक्तूबर की रात 8.41 तक रहेगा। दिवाली से पूर्व धनतेरस अबूझ मुहूर्त वाला दिन माना जाता है लेकिन इस बार 23 अक्टूबर को रवि पुष्य नक्षत्र योग रहेगा, जिसे खरीदारी के लिए शुभ व समृद्धिकारक माना जाता है। पुष्य नक्षत्र को नक्षत्रों का राजा माना जाता है। इसलिए इसमें की गई खरीदारी समृद्धिकारक होती है। त्योहारी सीजन होने के कारण वैसे ही बाजार में बहार है और ऊपर से कोई विशेष संयोग आ जाए तो ग्राहकों के साथ व्यापारियों के क्या कहने। दीपावली से आठ व धनतेरस से छह दिन पहले रवि पुष्य नक्षत्र का संयोग बनने से लोगों ने प्लान तैयार कर लिया है कि क्या खरीदना है। पुष्य नक्षत्र का धातु सोना है, जिसे खरीदने से वस्तु भविष्य में दोगुनी व तिगुनी हो जाती है। इस योग के रहते कोई वस्तु बेचनी नहीं चाहिए क्योंकि भविष्य में वस्तु दोगुनी या तीन गुनी बेचनी पड़ सकती है। पुष्य नक्षत्र लाभदायक सिद्ध होता ही है। इस बार रवि पुष्य नक्षत्र सबसे शुभ होगा। दरअसल इस दिन संयोग से श्रीवत्स योग बन रहा है। साथ ही अहोई अष्टमी, कालाष्टमी के साथ सूर्य व बुध का एक साथ होना भी इसे श्रेष्ठ योग बना रहा है। पंडितों के अनुसार इस योग में की गई खरीदारी अक्षय पुण्यकारी होगी और यह गृह प्रवेश, दुकान खोलने और बही खाता खोलने के लिए काफी उत्तम मुहूर्त है।