इंडिया न्यूज सेंटर,आगराः उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक बार फिर से समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष चुन लिए गए हैं। आगरा में आयोजित सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में अखिलेश को निर्विरोध सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है। वहीं, तमाम अटकलों के बाद भी मुलायम इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। इस अधिवेशन से पहले ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि मुलायम सिंह यादव सपा संरक्षक के तौर पर ही इस अधिवेशन में शामिल होंगे। लेकिन तमाम अटकलों पर उस समय विराम लग गया जब मुलायम सिंह यादव इस अधिवेशन में नहीं पहुंचे। इसके साथ अखिलेश को एक बार फिर से सपा का अध्यक्ष चुन लिया गया है। इस अधिवेशन में पार्टी के संविधान में भी कुछ फेरबदल की गई है। अब पार्टी अध्यक्ष का कार्यकाल तीन वर्ष से बढ़ाकर पांच वर्ष कर दिया गया है। जिससे यह तय हो गया है कि सपा वर्ष 2019 का लोकसभा चुनाव और 2022 का उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव भी पार्टी अखिलेश के नेतृत्व में ही लड़ेगी। सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में देश भर से पार्टी के करीब 15,000 प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। इस अधिवेशन में विभिन्न राष्ट्रीय तथा स्थानीय मुद्दों पर विचार विमर्श किया जाएगा और आर्थिक तथा राजनीतिक प्रस्ताव पारित किये जाएंगे। सपा का यह अधिवेशन ऐसे समय हो रहा है जब पार्टी में अखिलेश और शिवपाल धड़ों में रस्साकशी का दौर जारी है। फिलहाल, हालात अखिलेश के पक्ष में नजर आ रहे हैं। माना जा रहा था कि खुद को सपा के तमाम मामलों से अलग कर चुके मुलायम गत 25 सितम्बर को लखनऊ में हुए संवाददाता सम्मेलन में अलग पार्टी या मोर्चे के गठन की घोषणा करेंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर शिवपाल खेमे को करारा झटका दिया। मुलायम के सहारे ‘समाजवादी सेक्युलर मोर्चे’ के गठन की उम्मीद लगाए शिवपाल पर अब अपनी राह चुनने का दबाव है। शिवपाल के करीबियों का कहना है कि सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन के बाद वह कोई फैसला ले सकते हैं।
आगरा में राष्ट्रीय सम्मेलन होना सपा के लिए शुभ
राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का कहना है कि आगरा में राष्ट्रीय सम्मेलन होना हमेशा से समाजवादियों के लिये शुभ रहा है। आज जब हम सरकार में नहीं हैं, उस समय आगरा में फिर राष्ट्रीय सम्मेलन हो रहा है। इस दौरान देश के तमाम प्रतिनिधियों से मिलने का मौका मिलेगा। उनका कहना है कि देश में जो हालात हैं उन पर भी पार्टी नेता और वरिष्ठ पदाधिकारी अपने विचार रखेंगे। राष्ट्रीय अधिवेशन में बहुत सारे राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर बात होगी। हम कैसे अपने संगठन का विस्तार करें, उस पर भी चर्चा की जाएगी।