इंडिया न्यूज सेंटर, जालंधर: नोट बैन ने ट्रांसपोर्ट कारोबार को बहुत नुकसान पहुंचाया है। देश में लाखों ट्रकों के पहिए थम गए हैं जिनका कारण नोटबंदी है। सरकार को जल्द से जल्द इस समस्या का निवारण करना चाहिए। ये कहना है ऑल इंडिया गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के चेयरमैन कुलतरण सिंह अटवाल का। अटवाल बताते हैं कि 75 प्रतिशत सिंगल आपरेटर हैं। सिंगल आपरेटर मतलब जिन ट्रांसपोर्टरों के पास एक से लेकर तीन ट्रक हैं। अब इन ट्रांसपोर्टरों ने हर रोज ट्रकों में डीजल भरवाना होता है। हर रोज ड्राइवरों व श्रमिकों को पैसे देने होते हैं लेकिन कैश की समस्या के कारण ये तीनों काम नहीं हो रहे। न तो ड्राइवरों को पेमेंट हो रही है और न डीजल भरवाया जा रहा है और न ही श्रमिकों को पैसे दिए जा पा रहे हैं। इसी कारण से ट्रांसपोर्ट कारोबार बुरी तरह से प्रभावित हुआ पड़ा है। अटवाल कहते हैं कि हमने इस समस्या को लेकर केंद्रीय परिवहन मंत्रालय से भी बात की और हमें वहां से आश्वासन भी मिले लेकिन समस्या जस की तस है। इसीलिए हमने 15-16 दिसंबर को दिल्ली में महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है उसमें अगली रणनीति तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि हम सरकार से किसी भी प्रकार का संघर्ष नहीं चाहते बस हम चाहते हैं कि हमारा कारोबार सुचारू रूप से चलता रहे क्योंकि हमारे साथ श्रमिक वर्ग भी काफी जुड़ा हुआ है। अटवाल के मुताबिक एसोसिएशन में 93 लाख ट्रक हैं और इनमें से चालीस प्रतिशत ट्रक खड़े हैं। कैश की समस्या के कारण वो फैक्ट्री मालिक भी ट्रांसपोर्टरों को पेमेंट नहीं दे पा रहे जिनका माल ट्रांसपोर्ट कारोबारी अपने ट्रकों में लोड करके उनके बताए स्थान पर पहुंचाते हैं।