इंडिया न्यूज सेंटर, अहमदाबाद: इस नोट बैन का साइड इफेक्ट कहें या कुछ और पीएम मोदी के गढ़ की ग्रामीण जनता ने भाजपा से ही मुंह मोड़ लिया है। गुजरात निकाय चुनाव के परिणाम शायद इसी ओर संकेत कर रहे हैं। प्रदेश में सभी छह महानगर पालिका में भाजपा ने सत्ता बरकरार रखी लेकिन ग्रामीण गुजरात का परिणाम उम्मीद से काफी ज्यादा उलटा रहा। ग्रामीण क्षेत्र में कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए 31 में से बीस सीटें जीतींं जबकि भाजपा को पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के गांव वीरमगाम में जीत से संतोष करना पड़ा। भाजपा ने शहरी वोटरों के सहारे 56 में से 40 नगरपालिका जीत ली। प्रदेश की कुल 230 तहसील पंचायतों में कांग्रेस ने 116 पर कब्जा किया जबकि भाजपा को 61 पर ही संतोष करना पड़ा। शहरी गुजरात ने भाजपा को समर्थन दिया है. लेकिन ग्रामीण गुजरात से उसका जनाधार कम होता नजर आ रहा है। मुख्यमंत्री आनंदी बेन व गृह राज्य मंत्री रजनी पटेल के गृहनगर मेहसाणा में भाजपा की करारी हार हुई है।