PUNJAB KALA PARISHAD TO CELEBRATE 'INTERNATIONAL MOTHER TONGUE DAY' ON 21ST FEBRUARY WITH FANFARE
WOULD SPARE NO EFFORT TO CONNECT YOUTH WITH PUNJABI LANGUAGE: DR. SURJIT PATAR
·CELEBRATIONS, A PART OF COMPREHENSIVE STARTEGY EVOLVED UNDER GUIDANCE OF CULTURAL AFFAIRS MINISTER NAVJOT SINGH SIDHU
INTER COLLEGE CONTESTS TO BE STAR ATTRACTION
BEST COLLEGE TO BE AWARDED TROPHY
SANJAY NAHAR & PROF. PANDIT RAO DHARENAWAR
TO BE HONOURED FOR SELFLESS SERVICE TOWARDS PROMOTING PUNJABI
युवाओं को पंजाबी मातृभाषा से जोडऩे के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी - सुरजीत पातर
अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर होने वाले समागम सांस्कृतिक मंत्री के मार्गदर्शन में बनायी विस्तृत रणनीति का हिस्सा
अंतर-कालेज मुकाबले होंगे आकर्षण का केंद्र
सर्वोत्तम कालेज को प्रदान की जायेगी ट्राफी
पंजाबी भाषा के प्रचार हेतु निष्काम कार्य करने के लिए संजय नाहर और प्रोफ़ैसर पंडित राव धरेनावार का होगा सम्मान
इंडिया न्यूज सेंटर,चंडीगढ़: पंजाब कला परिषद् द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस संबंधी एक विशेष समागम 21 फरवरी को सैक्टर 16 स्थित पंजाब कला भवन में आयोजित किया जा रहा है। इस समागम संबंधी मीडिया कर्मियों से पंजाब कला भवन में आज बातचीत करते हुए पंजाब कला परिषद् के चेयरमैन डा. सुरजीत पातर ने कहा कि अपनी आने वाली पीढिय़ों को पंजाबी भाषा से जोडऩे के लिए प्रयास करने ज़रूरी हैं और यह प्रयास भी उसी का हिस्सा है और इसको सफल करने के लिए कोई भी कसर शेष नहीं छोड़ी जायेगी। डा. पातर ने आगे बताया कि यह यकीनी बनाया जायेगा कि पंजाब का युवा अपने आधार से जुडे और इस समागम का यह उद्देश्य भी होगा कि आने वाली पीढिय़ों के लिए एक ऐसी देन विरासत में छोड़ी जाये जिस पर वे सदैव गर्व कर सकें। उन्होंने आगे बताया कि अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर होने वाला समागम पंजाब के सांस्कृतिक मामले मंत्री स. नवजोत सिंह सिद्धू के मार्गदर्शन में बनायी गई व्यापक रणनीति का हिस्सा होगा जिसके तहत पंजाबी भाषा और संस्कृति को दुनिया के हरेक कोने में पहुँचाया जायेगा और जिसकी शुरूआत राज्य के गावों से होगी। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि पंजाबी भाषा की सलामती और पसार के लिए हो रहे इस समागम में पंजाब और चंडीगड़ स्थिति विभिन्न कालेजों के वद्यार्थी अपने हुनर के द्वारा पंजाबी बोली के प्रति अपने मोह का प्रदर्शन करेंगे। और जानकारी देते हुए डा. पातर ने बताया कि पंजाब कला परिषद् की तरफ से पंजाबी बोली के विकास और प्रफुल्लता में निष्काम योगदान देने वाले श्री संजय नाहर और प्रो. पंडित राव धरेनावर को विशेष तौर पर सम्मानित किया जायेगा।पंजाब कला परिषद् की तरफ से पंजाबी भाषा के प्रचार के लिए भविष्य की प्रमुख योजनाओं संबंधी बताते हुए डा. पातर ने कहा कि एक सांस्कृतिक महासभा भी बनाई जायेगी और समय समय पर लघु फिल्म मुकाबले करवाने के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में नाटक भी खेले जाएंगे। उन्होंने कहा कि कार्टून किरदारें को पंजाबी भाषा में डब करके बच्चों को पंजाबी भषा से जोडऩे का बढिय़ा प्रयास किया जा सकता है। इस अवसर पर पंजाब संगीत नाटक अकादमी के उप-प्रधान और रंगमंच कलाकार डा. निर्मल जौड़ा ने बताया कि 21 फरवरी के इस समागम में हो रहे अंतर-कालेज मुकाबलों के दौरान काव्य उच्चारण, लोकगीत, लोक गाथाएं, मुहावरेदार वार्तालाप और पोस्टर बनाने के अंतर-कालेज मुकाबले होंगे। उन्होंने बताया कि सबसे अधिक प्राप्तियाँ वाले कालेज को ‘पंजाब कला परिषद् मातृभाषा ट्राफी’ प्रदान की जायेगी। इस अवसर पर पंजाब साहित्य अकादमी के प्रधान डा सरबजीत कौर सोहल और पंजाब संगीत नाटक अकादमी के सचिव प्रीतम रुपाल भी उपस्थित थे।