महिला उद्यमियों को प्रौत्साहन देने के लिए वचनबद्धता दोहराई
इंडिया न्यूज सेंटर,चंडीगढः पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ‘पंजाब स्टार्टअप एंड इंटरप्रिन्योरशिप डिवेल्पमेंट पॉलिसी- 2017’ के प्रारूप से पर्दा उठाते हुए अपनी सरकार द्वारा बिजऩेस शुरू करने वाली महिलाओं को पूरी तरह मदद देने की वचनबद्धता पर ज़ोर दिया है। इस महीने के अंत में हैदराबाद में होने वाले ग्लोबल इंटरप्रिन्योरशिप समिट-2017 से पहले ‘रोड टू जी.ई.एस.’ प्रोग्राम के उद्घाटनी भाषण में मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक उद्यमों के प्रति महिलाएं वचनबद्धता के मामलो में अधिक समर्पित हैं और उनकी सरकार महिलाओं को हर संभव सुविधांए देने की कोशिश कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सूबे में विशेषकर महिलाओं में व्यापारिक स याचार को ‘पंजाब स्र्टाटअप एंड इंटरप्रिन्योरशिप डिवेल्पमेंट पालिसी ’ प्रौत्साहन देगी। ‘रोड टू जी.ई.एस.’ प्रोग्राम महिला उद्यमियों के सशक्तिकरण और यश फैलाने पर केंद्रित था जोकि नीति आयोग ने एफ.आई.सी.सी.आई. और आई.एस.बी. की हिस्सेदारी के साथ आयोजित कराया था। प्रारूप नीति के संबंध में सुझाव और फीडबैक देने का न्योता देते हुए मु यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार उद्योगपतियों के लिए सूबे को प्रतियोगितात्मक बनाने के लिए अपना ध्यान दे रही है। यह प्रारूप नीति और इससे पहले लाई गई औद्योगिक नीति सूबे के औद्योगिक विकास में सुविधा मुहैया करवाएगी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने उद्योग के लिए 5 रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली मुहैया करवाने के लिए दरेंं निर्धारित करने का फ़ैसला किया है। इसके अलावा उद्योग को प्रौत्साहन देने के लिए अन्य कदम भी उठाए गए हैं। इस संबंधी प्रेरित करने के लिए ‘पहला बिजऩस’ का मोटो रखा गया है । मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित कर रही है और उनकी फ़ैसला लेने में शमूलियत बढ़ाई जा रही है। पंचायती राज्य संस्थाओं और शहरी स्थानीय संस्थाओं में पहले ही महिलाओं के लिए आरक्षण 50 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उम्मीद प्रकट की कि अन्य सूबे भी महिलाओं के लिए आरक्षित सीटों के मामलो में पंजाब की तजऱ् पर चलेंगे। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि सूबे के विकास के लिए महिलाओं का सशक्तिकरण बहुत अहम है। उन्होंने प्रसिद्ध उद्योगपतियों से अपनी मीटिंगों का जि़क्र करते हुए कहा कि उन्होंने आई.सी.आई.सी.आई बैंक की एम.डी. और सी.ई.ओ. चंदा कोचर को भी कहा था कि पंजाब की मदद करने की सबसे बढिय़ा विधि महिलाओं की आय बढ़ाना है। भारत के विकास में महिलाओं की भूमिका की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री ने पैप्सीको की चेअरपर्सन और सी.ई.ओ. इंद्रा नूई का भी उदाहरण दिया जोकि सफल महिलाओं और सभी दूर-दृष्टि वाले लोगों के लिए आदर्श मॉडल है। तकनीकी उद्योग के लिए पंजाब में गत् सरकार पर कुछ विशेष ना करने का दोष लगाते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि उनकी सरकार सूबे को फिर प्रगति की राह पर लाने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि गत् वर्षो के दौरान पंजाब में उद्योग पर कम ज़ोर दिया गया है जिसके कारण सूबे का उद्योग बहुत पिछड़ गया है। मौजूदा कृषि संकट में से सूबे को बाहर निकालने के लिए कृषि विविधता को बढ़ावा देने की ज़रूरत पर बल देते हुए मु यमंत्री ने कहा कि सूबा सरकार सूबे के विकास के लिए फिक्की जैसी संस्थाओं के साथ काम करने के लिए उत्सुक है। सतलुज-यमुना लिंक नहर का जि़क्र करते हुए मु यमंत्री ने कहा कि यदि पंजाब के पास अतिरिक्त पानी होता तो कोई भी पानी के विभाजन को रोकना ना चाहता। 5 महिलाओं सहित 6 उद्यमियों का स मान करते समय मु यमंत्री ने ट्राइडेंट ग्रुप के चेयरमैन रजिंदर गुप्ता की पंजाब में सफल बिजऩस के लिए प्रशंसा की और कहा कि बिजऩस के लिए सूबे में सबका का स्वागत है। फिक्की के क्षेत्रीय चेयरमैन और पंजाब राज्य योजना बोर्ड के चेयरमैन गुप्ता ने समूचे सामाजिक और औद्योगिक विकास में महिलाएं की भूमिका पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि महिला उद्यमियों को विकास का स्व निर्भर रास्ता पैदा करने के लिए हर तरह से सुरक्षा मुहैया करवानी चाहिए। बिजऩस शुरू करने के लिए सामथ्र्य निर्माण के लिए बढिय़ा माहौल सृजन करने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री की गतिशील भूमिका की सराहना की। गुप्ता ने कहा कि हमें महिलाओं की हर तरह से मदद करनी चाहिए जिन्होंने अपनी सामथ्र्य को सिद्ध किया है।फिक्की एफ.एल.ओ. लुधियाना की चेअरपर्सन मोनिका चौधरी ने उद्यम स्थापित करने के लिए महिलाओं को सक्रिय मदद देने के लिए मुख्यमंत्री की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि पंजाब उद्योगपतियों के लिए जाना जाता है और महिलांए अपने बिजऩेस उद्यमों का संचालन कर रही हैं और आर्थिकता के सभी स्तरों पर नौकरियां पैदा कर रही हैं।
--------