28 people died after drinking poisonous liquor in Amritsar-Tarn Taran and Batala in Punjab
जहरीली शराब से मरने की खबर से प्रदेश भर में मचा हड़कंप
इंडिया न्यूज सेंटर,अमृतसरः पंजाब में कोरोना के चलते जहां सही तरह से अभी हालात सामान्य भी नही हुए थे,इसी बीच पंजाब के तीन जिलों में जहरीली शराब ने मौत का तांडव मचा दिया है। अमृतसर, तरनतारन और बटाला में जहरीली शराब पीने से अब तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि इनमें सात लोगों की मौत अमृतसर में वीरवार को ही हो गई थी। पूरे मामले में एक महिला की गिरफ्तारी हुई है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया गया है।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने तत्काल प्रभाव जालंधर डिवीजऩ के कमिश्नर को न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। वहीं राज्य भर में पुलिस को अवैध शराब के खिलाफ व्यापक कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए गए है।
तरनतारन में जहरीली शराब से 12 की जान गई
तरनतारन में शुक्रवार को जहरीली शराब पीने से एक के बाद एक 12 लोगों को अपना ग्रास बना डाला है। इनमें से नौ लोगों का अंतिम संस्कार उनके परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम के ही करवा दिया है। गुरु तेग बहादुर मोहल्ला, गांव भुल्लर और गांव बचड़े में जहरीली शराब से जान गंवाने वाले तीन युवकों अमरजीत सिंह, प्रकाश सिंह (42) और गुरमीत सिंह के परिजनों ने बताया कि इन तीनों ने देसी शराब का सेवन किया था। जिसके चलते उनकी हालत बिगड़ गई। केवल इन्हीं तीनों के परिजनों ने ही पुलिस को शिकायत की कि जहरीली शराब के सेवन से उनके बच्चों की मौत हुई है। ऐसे में पुलिस ने भी तीन युवकों की ही जहरीली शराब के सेवन से मौत की अधिकारिक पुष्टि की है।
तरनतारन में शुक्रवार सुबह जहरीली शराब से मरने का पहला मामला प्रकाश में आया
मृतक के परिजनों के अनुसार, वह बीमार था और शराब पीने का आदी था। परिजनों के पुष्टि न करने पर इस मृत्यु को हार्ट अटैक का नाम दे दिया। बाद दोपहर एक ही मोहल्ले के छह लोगों को एक जैसे लक्षणों के कारण सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया। इनमें से चार की मौत के बाद हड़कंप मच गया। उसके बाद जिले के अलग-अलग अस्पतालों में एक ही जैसे लक्षणों से पांच और लोगों की मौत हो गई। सिविल अस्पताल तरनतारन के एसएमओ डॉक्टर रोहित गुप्ता ने मताबिक उनके पास ऐसे 6 मरीज इलाज के लिए लाए गए थे, जिनमें एक से लक्षण दिखाई दे रहे थे। सभी के सांसें फूल रही थीं और सभी को दौरा पड़ा था। जांच में पता चला कि उन्होंने किसी जहरीली चीज का सेवन किया था। बाद में परिजनों ने बताया कि सभी ने शराब पी थी। वहीं शराब से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ने लगी तो पुलिस प्रशासन भी सतर्क हो गया। हालांकि किसी भी अधिकारी ने मरने वाले लोगों की संख्या की अधिकारिक पुष्टि नहीं की। पुलिस ने इन्हें संदिग्ध मृत्यु की श्रेणी में रखा है। मृतकों में सुखचैन सिंह निवासी जोधपुर गांव (45), सुच्चा सिंह निवासी पंडोरी गोलां (80), निरवैल सिंह निवासी जवदां कलां (50) और वरिंदर सिंह निवासी कक्का कंडियाला (25) की पहचान हो पाई है। हालांकि इन लोगों के परिजनों ने शिकायत नहीं दी तो इनकी मौत को शराब के सेवन से मरने वालों में नहीं गिना गया।
मुख्य श्मशान घाट के कर्मचारी ने बताया कि नौ लोगों का अंतिम संस्कार बिना पोस्टमार्टम के किया गया है। श्मशान घाट में लाए शवों के लिए स्थान तक कम पड़ गया था। शिकायत देने वाले तीन मृतकों के परिजनों ने कहा कि पिछली रात को उनके रिश्तेदारों ने देसी शराब का सेवन किया था। इसके बाद उनकी तबीयत एकदम से बिगड़ गई। कुछ लोगों को सांस लेने में तकलीफ हुई तो कुछ लोगों को दौरा पड़ना शुरू हो गया। मृतकों में से कुछ लोगों ने अपने परिजनों की मृत्यु का कारण हार्ट अटैक भी बताया।
अमृतसर में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या 10 हुई
अमृतसर के थाना तरसिका के गांव मुछल में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या 10 हो गई है। गांव में गुरुवार रात तक छह लोग जहरीली शराब पीने से मौत के आगोश में समा गए थे। कुछ लोग गंभीर हालत में बाबा बकाला सिविल अस्पताल व डेरा ब्यास अस्पताल में दाखिल थे। शुक्रवार सुबह यहां चार और लोगों की मौत हो गई। आईजी बॉर्डर रेंज एसपीएस परमार ने दस लोगों की मौत की पुष्टि की है। मृतकों में गांव मुछल के मंगल सिंह, बलविंदर सिंह, दलबीर सिंह, गुरप्रीत सिंह, कश्मीर सिंह, काका सिंह, कृपाल सिंह, जसवंत सिंह, जोगा सिंह के अलावा टांगरा गांव का बलदेव सिंह भी शामिल हैं। आईजी के अनुसार अवैध शराब के धंधे में लिप्त महिला बलविंदर कौर को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह गांव मुछल की रहने वाली है। इसके साथ ही अवैध शराब बेचने के धंधे में शामिल एक व्यक्ति को नामजद कर लिया गया है। हालांकि पुलिस इस बारे में अभी कुछ भी बताने से परेहेज कर रही है। वहीं इस घटना के बाद अमृतसर (देहात) एसएसपी विक्रमजीत सिंह दुग्गल ने ट्रांसफर से पहले थाना प्रभारी बिक्रमजीत सिंह को सस्पेंड कर दिया।
मामले की जांच के लिए एसपी (देहात) गौरव तुर्रा की अध्यक्षता में चार सदस्यीय विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन कर दिया गया है। सब इंस्पेक्टर अनूप सिंह ने बताया कि पुलिस पीड़ितों के बयान दर्ज कर रही है। मुछल गांव की जागीर कौर ने बताया कि उसका बेटा गुरप्रीत सिंह पिछले तीन साल से शराब पी रहा था। बुधवार को उसने काफी शराब पी। देर रात उसकी तबीयत बिगड़ गई। वीरवार को उसने दम तोड़ दिया। जहरीली शराब पीने से मारे गए मंगल सिंह, दलबीर सिंह, बलदेव सिंह और बलविंदर सिंह के परिजनों ने बताया कि चारों ने बुधवार को गांव में ही शराब पी थी। सभी की मौत वीरवार को हुई। पीड़ित परिवारों ने आरोप लगाया कि गांव में अवैध शराब का धंधा पुलिस की मिलीभगत से चल रहा है।
बटाला में जहरीली शराब पीने से आठ की मौत
बटाला के विभिन्न मोहल्लों के आठ लोगों की शुक्रवार को संदिग्ध हालत में मौत हो गई। दो लोगों का अमृतसर में इलाज चल रहा है। मृतकों के परिजनों का दावा है कि मौत जहरीली शराब पीने की वजह से हुई है। वहीं प्रशासन अभी इस मामले में कोई भी बयान नहीं दे रहा। शुक्रवार सुबह तीन लोगों का दाह संस्कार कर दिया गया है।
मृतकों के परिजनों ने बताया कि गुरुवार रात को ये लोग बाहर से शराब पीकर घर आए थे। कुछ समय बाद उनकी हालत बिगड़ने लगी। तीन लोगों को रात को ही अमृतसर रेफर कर दिया गया जहां गुरुवार देर रात उनकी मौत हो गई जबकि तीन लोगों ने शुक्रवार सुबह बटाला में दम तोड़ा। बटाला सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉ. संजीव भल्ला ने बताया कि उनके पास सिर्फ एक ही शव का पोस्टमार्टम करवाने को लाया गया था, जिसका उन्होंने पोस्टमार्टम कर दिया है। मौत के कारण के बारे में पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा। वहीं अचानक आठ लोगों की मौत की सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आ गया और एडीसी गुरदासपुर तजिंदरपाल सिंह संधू और आबकारी विभाग की सहायक कमिश्नर राजविंदर कौर बाजवा मृतकों के मोहल्लों में पहुंचे और जानकारी ली। इस दौरान मृतकों के परिजनों ने नशे पर लगाम कसने की बात तो रखी लेकिन किसी पर आरोप नहीं लगाया। रिश्तेदारों ने बताया कि उनके परिजनों की मौत जहरीली शराब पीने की वजह से हुई है। गुरुवार को शराब पीने के बाद उल्टियां आने के बाद उनकी हालत बिगड़ती गई और देर रात से ही मौतों का सिलसिला शुरू हो गया। एडीसी तंजिंदरपाल संधू ने सिंह ने बताया कि सूचना मिलते ही वह बटाला पहुंचे हैं। मृतकों के पारिवारिक सदस्य जैसा बयान देंगे, उसके आधार पर ही पुलिस मामला दर्ज करेगी। आबकारी विभाग की सहायक कमिश्नर राजविंदर कौर बाजवा ने बताया कि सूचना मिलने पर वह यहां पहुंची हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही और जांच में ही पता चलेगा कि उक्त लोगों की मौत का कारण क्या था।